
तेज़ाब से झुलसने के बाद किस तकलीफ से गुज़रना पड़ता है ये बात तेज़ाब फेकने वाले नहीं जानते हैं। तेज़ाब से जहा एक तरफ असहनीय पीड़ा होती है वहीँ ज़िन्दगी भी नर्क बन जाती है। ऐसी स्थिति में कई लोग तो ज़िन्दगी से समझौता कर लेते हैं पर कई लोग इस चुनोती को भी हँसकर सामना करते हैं। जीवन की इस चुनोती को अपनी इच्छाशक्ति से मात देने का बीड़ा उठाया है कुछ साहसी लड़कियों ने।
#
एसिड अटैक का शिकार हुई कुछ लड़कियों ने अपने जीवन को इस अत्याचार से नहीं हार और इसका डंटकर कर सामना किया। आगरा में ऐसी ही एक मिसाल देखने को मिलती है 'शीरोज हैंगआउट' रेस्टोरंट में, आगरा के इस रेस्टोरंट में आपको एसिड अटैक का सामना कर चुकी लडकिया काम करती मिलेगी जिन्होंने अपनी ज़िन्दगी की सबसे मुश्किल परिस्थियों से हार नहीं मानी बल्कि इसका डंटकर सामना भी किया। इस रेस्टोरेंट में खाना बनाने से लेकर परोसने तक सारा काम यही लड़कियां संभालती हैं और खुद की जीविका चलती है और मिसाल पेश करती हैं उन सभी को जो इस तरह के अटैक का शिकार बने हैं।
#
इस रेस्टोरंट को कानपुर के अलोक दीक्षित और आशीष शुक्ला ने शुरू किया। इन दोनों की जोड़ी ने जहाँ इन लड़कियों की ज़िन्दगी को नया आयाम दिया है वही स्टॉप एसिड अटैक अभियान को भी संचालित कर रही है। आपको इस रेस्टोरेंट में ख़ुशी के साथ साथ प्यार भी परोसा जाता है।
#
Like Our Facebook Fan Page
Subscribe For Free Email Updates
0 comments: