
अफवाह ये भी है कि वो चिन्नाम्मा से कोई भी निर्देश भी नहीं ले रहे है. सूत्रों के मुताबिक जब से वो दिल्ली से वापिस आये है तब से वो यही कह रहे है कि तमिलनाडु सरकार की छवि इतनी अच्छी नहीं है और वो अब अपने कैबिनेट मंत्रियों से कोई बहाना नहीं सुनेंगे । पनीरसेल्वम ने एक कैबिनेट मंत्री से ये कहा कि वो कार्यालय में भाग ना लेने के लिए कोई बहाना नहीं सुनना चाहते है ।
ऐसा ही कुछ मुख्य सचिव को भर्ती के मामले में देखा गया. पनीरसेल्वम ने गिरिजा वैद्यनाथन की वरिष्ठता को देखते हुए उसे मुख्य सचिव के रूप में चुना. उन्होंने इस पद के लिए शशिकला और उनके परिवार की पसंद एक अन्य आईएएस अधिकारी को ठुकरा दिया । पनीरसेल्वम ने ये भी स्पष्ट कर दिया कि सभी नौकरशाहों को उनसे ही आदेश लेने होंगे चाहे वो उपस्थित हो या ना हों ।
मोदीजी से एक मुलाकात क्या की पनीरसेल्वम के तेवर बदले नजर आ रहे है । सिर्फ मुलाकात से पनीरसेल्वम पर मोदीजी का रंग चढ़ गया है. ऐसी ही है हमारे प्रधानमंत्री मोदीजी, सभी को अपने रंग में रंग देते है.
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