
8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद भले ही जनता कैश की समस्या से जूझ रही है, लेकिन 40 दिन बाद भी लोगों का भरोसा प्रधानमंत्री मोदी के फैसले पर बना हुआ है . बता दें कि जनता केवल नोटबंदी पर ही उनका साथ नहीं दे रही, बल्कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोपों को भी ज्यादातर लोग आधारहीन मानते हैं . यह जानकारी सी- वोटर के एक ताजा सर्वे में सामने आई है .

लोग का कहना हैं कि सरकार के इस फैसले की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है, लेकिन उनका मानना है कि सरकार की नियत साफ है . सर्वे के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है . नोटबंदी का साथ दे रहे लोग बैकों की असुविधा से नाराज हैं . ग्रामीण क्षेत्र के ज्यादातर लोगों का मानना है कि सरकार के इस फैसले से गरीबों की अपेक्षा अमीरों को अधिक नुकसान हो रहा है . दरअसल नोटबंदी के साथ-साथ राहुल गांधी द्वारा पीएम पर लगाये गए भ्रष्टाचार के आरोप को लोग बेबुनियाद मानते हैं .
सी-वोटर के सर्वे के अनुसार 82.7 % लोग मानते है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री पर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाये हैं वह सब आधारहीन है केवल 17.3 % लोग भ्रष्टाचार के इस आरोप को गंभीर मान रहे हैं . बता दें कि इस सर्वे में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न आय वर्गो तथा अलग-अलग उम्र के लोगों से कुछ सवाल किये गए थे .
इस सर्वे के अनुसार 57.7 % लोगों का कहना है कि वो राहुल गांधी पर भरोसा नहीं करते और 9.8 % लोगों ने कहा कि उन्हें कांग्रेस उपाध्यक्ष पर भरोसा है और वो उनके द्वारा लगाये गए आरोप को सही मानते हैं . 7.6 % लोगों ने कहा कि वो राहुल पर भरोसा तो करते हैं लेकिन इनके आरोप को सही नहीं मानते और 3.9 % लोगों का कहना था कि वह राहुल पर भरोसा नहीं करते परन्तु मोदी जी पर लगे आरोप को सही मानते हैं . मालूम हो कि सी-वोटर द्वारा ये सर्वे 19-20 दिसंबर के बीच 24 राज्यों के 419 लोकसभा क्षेत्रों और 897 विधानसभा क्षेत्रों में करवाए गए हैं .
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