मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने बताया कि बैठक में मुख्य रूप से तीन तलाक और बाबरी मस्जिद विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
लखनऊ। देश में मुसलमानों के सबसे बड़े संगठन आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की शनिवार से शुरू होने वाली महत्वपूर्ण बैठक में 'तीन तलाक' और 'अयोध्या' विवाद के बातचीत के जरिए हल समेत कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।
आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सचिव ज़फरयाब जिलानी ने गुरुवार को पीटीआई को बताया कि बोर्ड कार्यकारिणी की बैठक आगामी 15 और 16 अप्रैल को लखनऊ स्थित नदवातुल उलेमा में आयोजित की जाएगी।
इससे पहले बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने बताया कि बैठक के एजेंडे में मुख्य रूप से तीन तलाक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जारी मामले की पैरवी और बाबरी मस्जिद विवाद को बातचीत के जरिए सुलझाने की सुप्रीम कोर्ट की पेशकश पर विचार-विमर्श किया जाएगा। साथ ही बोर्ड की महिला शाखाओं को और मजबूत करने के रास्तों पर भी चर्चा होगी।
बता दें कि तीन तलाक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में लंबित मुकदमे में आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड एक पक्षकार है। मौलाना रशीद ने बताया कि बाबरी मस्जिद का मुद्दा बेहद अहम है और बैठक में यह निर्णय लिया जा सकता है कि इसका बातचीत के जरिए हल का कोई रास्ता खुला है या नहीं।
बोर्ड इस तरफ भी गौर कर रहा है कि हाल के समय में मुस्लिम महिलाओं में तीन तलाक को लेकर काफी रोष है, खासकर इसकी शिकार महिलाएं काफी संख्या में आगे आ रही हैं। ऐसी कई महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर तीन तलाक और निकाह-हलाला को चुनौती भी दी है। हालांकि बोर्ड इसका विरोध करता है और उनसे मुस्लिम पर्सनल ला और तीन तलाक के संबंध में कोर्ट में काउंटर एफिडेविट फाइल किया है।
उन्होंने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी की अध्यक्षता में होने वाली यह बैठक 15 अप्रैल की शाम को शुरू होगी। बताया कि बोर्ड मुस्लिम पर्सनल ला को लेकर समाज में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के लिए सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों से जुड़ेगा और शरिया कानूनों को वास्तविक रूप में सामने रखेगा। बोर्ड की बैठक में इसकी कार्ययोजना तय की जाएगी।
मौलाना रशीद ने बताया कि इस बैठक में पूर्व में कोलकाता में हुई बैठक में लिए गए फैसलों को अमली जामा पहनाने के तरीकों पर विचार किए जाने के साथ-साथ बोर्ड की विभिन्न समितियों की रिपोर्टें पेश की जाएंगी। इसके अलावा इन समितियों को और सक्रिय बनाने के रास्तों पर भी बात होगी।
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