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चने की दाल में ये है चमत्कारी गुण...

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हम सभी जानते है की चने की दाल में सबसे ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही उपयोगी है  दाल को एक पौष्टिक आहार के रूप में माना जाता है। इनमें एक चने की दाल भी होती है जो सेहत के लिये काफी फायदेमंद रहती है। पहले काले चनों को दो टुकड़ों में कर दे और इसके बाद उसे पॉलिश कर देने से यह चने की दाल बन जाती है।



चने की दाल में ये है चमत्कारी गुण-

@ शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए अंकुरित चनों में नींबू, अदरक के टुकड़े, हल्का नमक और काली मिर्च डालकर सुबह नाश्ते में खाएं। आपको पूरे दिन की एनर्जी मिलेगी।

सौदर्य के लिए चना नियमित रूप से यदि आप अंकुरित चनों का सेवन करते हो तो आप के उपर बुढ़ापा बहुत ही देर में आएगा। अंकुरित चनों में इंसान को ताकत देने की शक्ति होती है जिससे इंसान बूढ़ा नहीं होता है।और वह चुस्त रहता है।

चने की दाल से डाइबिटीज पर नियंत्रण कर सकते है। चने की दाल में पाया जाने वाला ग्लाइसमिक इंडेक्स रक्त में शुगर की मात्रा को नियंत्रित करता है और शरीर में ग्लूकोज की अतिरिक्त मात्रा को भी कम करने में मदद करता है। जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है।
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@ पीलिया रोग में चने की दाल के सेवन से काफी फायदा होता है। चने की 100 ग्राम दाल में दो गिलास पानी डालकर चनों को कुछ घंटों के लिए भिगो लें और दाल से पानी को अलग कर लें अब उस दाल में 100 ग्राम गुड़ मिलाकर 4 से 5 दिन तक रोगी को देते रहें।


पथरी की समस्या में चना पथरी की समस्या अब आम हो गई है। दूषित पानी और दूषित खाना खाने से पथरी की समस्या बढ़ रही है। गाल ब्लैडर और किड़नी में पथरी की समस्या सबसे अधिक हो रही है। एैसे में रातभर भिगोए चनों में थोड़ा शहद मिलाकर रोज सेवन करें। नियमित इन चनों का सेवन करने से पथरी आसानी से निकल जाती है। इसके अलावा आप आटे और चने का सत्तू को मिलाकर बनी रोटियां भी खा सकते हो।
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यह दाल फाइबर से भरपूर होती है। इस दाल का सेवन वजन कम करने में मदद करता है। ये कोलेस्ट्रॉ़ल को कम करता है, जो पाचन तंत्र को ठीक तरह से काम करने में मदद करता है। चना की दाल से कब्ज की परेशानी दूर होती है।
@ चने की दाल के सेवन से आयरन की कमी पूरी होती है। इसमें मौजूद फास्फोरस और आयरन नई रक्त कोशिकाओं को बनाने में सहायक होते हैं और हीमोग्लोबिन के स्तर को भी बढ़ाते हैं, जिससे एनीमिया की समस्या अथवा यह रोग होने की संभावना  कम हो जाती है।


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