नई दिल्ली। सेक्स के बारे में अपने कड़वे अनुभवों को साझा करते हुए कुछ महिलाओं ने बताया कि वह इसके दौरान पुरुषों को संतुष्ट करने या उन्हें खुश करने के लिए ऑर्गेजम होने का नाटक करने लगती हैं। यानी इस तरह का सेक्स उनके लिए आनंददायी अनुभव नहीं होता है। एक स्टडी से महिलाओं के फेक ऑर्गैजम के बारे में कई बातें सामने आई हैं। यह स्टडी ब्रिटेन के विंडसर में ब्रिटिश सायकलॉजिकल सोसायटी साइकॉलजी ऑफ वुमेन ऐनुअल कॉन्फ्रेंस में पेश की गई है।
स्टडी में रिसर्चर्स ने 19-28 आयुवर्ग की कम से कम एक साल से सक्रिय रूप से सेक्स कर रही महिलाओं के एक छोटे समूह पर अध्ययन किया। इस स्टडी में महिलाओं से साक्षात्कार लेकर यह जानने की कोशिश की गई कि वे सेक्स के दौरान किन परेशानियों का सामना करती हैं और फेक ऑर्गैजम के बारे में उनके क्या अनुभव हैं?
एक रिसर्चर एमिली थॉमस ने बताया, कुछ महिलाएं फेक ऑर्गैजम को लेकर सकारात्मक थीं और इन महिलाओं का कहना था कि फेक ऑर्गैजम से उनकी कामोत्तेजना बढ़ती है जबकि अधिकतर महिलाओं ने बताया कि वे फेक ऑर्गैजम का सहारा अनचाहे और खराब सेक्स से छुटकारा पाने के लिए करती हैं। इन महिलाओं के लिए सेक्स सुखदायी एहसास नहीं होता है और इससे छुटकारा पाने के लिए वह अपने साथी के सामने फेक ऑर्गैजम का नाटक करती हैं।
अधिकतर महिलाएं अपनी मर्जी के बिना किए सेक्स को 'रेप' कहने से हिचकिचाईं जबकि उनका सेक्स का अनुभव कुछ-कुछ वैसा ही था। अधिकतर महिलाओं ने 'रेप' शब्द से बचते हुए इस तरह के सेक्स के लिए 'खराब सेक्स' शब्द का इस्तेमाल किया। दूसरे शब्दों में, फेक ऑर्गैजम महिलाओं के लिए 'खराब' सेक्स से जल्दी से छुटकारा पाने का तरीका भी बन रहा है।
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