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इस तरीके से आप खुद आसानी से असली और नकली केसर में अंतर कर पाएँगे...



नई दिल्ली। असली केसर की पहचान  होना बहुत जरुरी है। क्योकि एक तो केसर बहुत ज्यादा महँगी होती है। केसर को हम सोने के भाव पर खरीदते है। इसके अलावा असली केसर में ही वो खुशबू और गुण होते है जो हमें चाहिए । असली केसर या शुद्ध केसर से ही औषधीय गुण प्राप्त हो सकते है और असली शुद्ध केसर ही लाभदायक होती है । इसलिए खुद को ठगे जाने से बचाने के लिए असली और नकली केसर का फर्क जानना बहुत जरुरी है। नीचे बताये असली केसर पहचानने के तरीके से आप खुद आसानी से असली और नकली केसर में अंतर कर पाएँगे...

  • केसर को चखें यदि इसका स्वाद  मीठा लगे तो केसर नकली है। क्योकि अस/ली केसर का स्वाद कड़वा होता है।
  • असली केसर में अनोखी  भीनी -भीनी  खुशबू  होती है। जो मन को भाती  है। ये कुछ असली शहद जैसी होती है।
  • असली केसर के रेशे को पानी में दस पंद्रह मिनट रखकर निकालें। यदि रेशे का रंग वैसा ही रहे तो ये असली है और यदि रेशे का रंग फीका हो जाये तो नकली होती है।
  • पानी में बेकिंग सोडा ( खाने का सोडा ) डालें। इसमें केसर डालें। यदि पानी का रंग पीला हो जाता है तो केसर असली है। यदि पानी का रंग लाल होता है तो नकली है।
  • केसर को पानी में डालें। यदि पानी में तुरंत रंग आ जाये  तो केसर नकली है। असली केसर धीरे धीरे रंग छोड़ता है ।
  • केसर हल्के गर्म पानी में पूरी तरह से घुल जाता है। यदि रेशे को पानी बहुत देर तक रखने पर भी ना घुले तो केसर को नकली समझना चाहिए।
  • पानी में असली केसर डालने पर गहरा पीला रंग देता है। नकली केसर पानी में लाल रंग देता है।
  • केसर के रेशे को पानी में भिगोकर सफ़ेद कपड़े पर हल्का सा रगड़ें तो कपड़े पर यदि पीला केसरिया रंग दिखाई दे तो केसर असली होता है। नकली केसर को इस प्रकार रगड़ने से लाल रंग का दाग दिखेगा , बाद में ये कपड़े का दाग पीला पड़ सकता है।
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