नेपाल में दिवाली के आसपास अक्टूबर मास में पांच दिवसीय 'तिहार पर्व' मनाया जाता है, जिसमें कुत्ते समेत कई सारे जानवरों कुत्तों का खासतौर पर ध्यान रखा जाता और पूरे विधि-विधान के साथ उनकी पूजा की जाती है। इस पर्व में उन्हें लाल रंग का तिलक लगाने के साथ ही मिठाईयां भी परोसी जाती है। 5 दिन तक चलने वाले इस त्योहार के पहले दिन कौए की पूजा की जाती है, जिसे यमराज के दूत के रूप में माना जाता है, जबकि दूसरे दिन कुत्ते की पूजा की जाती है।
जिसे भगवान भैरव के रूप में पूजा जाता है। तीसरे दिन गाय को देवी लक्ष्मी और चौथे दिन शक्ति के देवता के रूप में बैल को पूजा जाता है। पर्व का आखिरी दिन बहनें अपने भाईयों के सम्मान में मनाती है। इन 5 दिनों में से दूसरे दिन का बहुत महत्व है, जिसमें कुत्ते का पूजन किया जाता है आम लोगों के साथ पुलिसकर्मी भी ट्रेनिंग वाले कुत्तों की पूजा करके उनकी रेस करवाते हैं।
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