हर बच्चे के जहन में एक मां की छवि भगवान की होती है। समाज में भी मां भावनाओं को सबसे ऊंचा दर्जा दिया गया है। कहा जाता है कि बच्चे को खरोच लग जाए तो मां अपनी पूरी दुनिया भुलाकर बच्चे की सलामती के लिए हर मुमकिन कोशिश करती है। मां की इन भावनाओं से अलग आज हम आपको ऐसी कलयुगी मां की कहानी बताएंगे जिसके कहर को सुनकर शैनात भी तौबा कर ले। एक ऐसी बेरहम मां की कहानी जिसने चाकू से गोद कर अपने बच्चे की जान लेली।
जयपुर के शास्त्री नगर में रहने वाले गोयल परिवार में 20 से ज्यादा सदस्य हैं और सब एक साथ इसी घर में रहते हैं। इसी घर में नेहा गोयल भी अपनी 8 साल और 4 महीने की दो बच्चियों के साथ रहती थी।
माही के जन्म से खुश नहीं थी। नेहा गोयल को हमेशा से ही बेटे की चाहत थी नेहा दूसरी बेटी माही के जन्म से खुश नहीं थी। इसीलिए बीते 26 अगस्त को उसने माही पर चाकू से हमला कर उसे मार दिया। पुलिस ने माही के शव को घर की तीसरी मंजिल से एसी के खाली डिब्बे से बरामद किया। गोयल परिवार के सदस्य जयपुर व्यापार संघ में ऊंचे ओहदे पर थे इसीलिए पुलिस को पहले शक था कि ये काम किसी बाहर के शख्स का है।
लेकिन जैसे जैसे पूछताछ आगे बढ़ी पुलिस को कई सबूत मिले जो माही की मां नेहा की तरफ इशारा कर रहे थे।
पुलिस को नेहा के नाखून में खून लगा दिखाई दिया और घर के बाथरूम में भी खून के दाग मिले इसी आधार पर जब पुलिस ने नेहा के मोबाइल को कब्जे में लेकर उसकी जांच करवाई तो चौंकाने वाली बातें सामने आईं। नेहा के मोबाइल से कुछ ऐसी बेबसाइट्स सर्च की गईं थीं जिसमें बेटे होने के तरीके और दवाइयां बताईं गई थीं। इसके बाद नेहा को जब हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पुलिस के मुताबिक नेहा इससे पहले भी माही को मारने की कोशिश कर चुकी है लेकिन माही की जान बच गई थी। एक मां के हाथों अपनी मासूम बेटी के कत्ल के खुलासे ने जयपुर ही नहीं पूरे देश को हिला दिया है। नेहा के इस कपकर्म के बाद हर किसी के मन में एक ही सवाल है कि आखिर एक बेहद संपन्न और प्रतिष्ठित परिवार से होने के बावजूद नेहा गोयल ने ऐसा कदम क्यों उठाया? क्यों एक बेटे की चाहत ने उसे बेटी का हत्यारा बना दिया।
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