लखनऊ: यूपी में अबकी बार किसकी सरकार. अब चुनाव नतीजे की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. वैसे जीत का दावा तो हर पार्टी कर रही है लेकिन सवाल है कि किसके दावे पर जनता ने मुहर लगाई है. चुनाव नतीजे आने से चंद घंटे पहले समाजवादी पार्टी के आजम खान का अनुमान 300 से 500 सीटों तक पहुंच गया है. जबकि यूपी में विधानसभा की 403 सीटें हैं. वैसे जब तक नतीजे नहीं आते तब तक हर पार्टी अपनी जीत की भविष्यवाणी कर रही है.
जीत की होली किसकी मनेगी ?
बिजली, श्मशान कब्रिस्तान से लेकर गुजरात के गधे की गूंज, हर पार्टी ने कोई भी कार्ड नहीं छोड़ा. अब किसका कार्ड चला इस पर जनता का फैसला आने ही वाला है. जनता ने तय कर दिया है कि इस बार जीत की होली किसकी मनेगी.
चुनाव नतीजे से पहले चुनाव के विशेषज्ञ क्या सोचते हैं. यूपी में किसकी बनेगी सरकार ? एबीपी न्यूज ने उत्तर प्रदेश के चार कोनों से वरिष्ठ पत्रकारों से बात कर ये जानने की कोशिश की है कि उनके इलाके में किसका पलड़ा भारी है.
उत्तर प्रदेश के चार हिस्सों पूर्वांचल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, अवध और बुंदेलखंड में संपादकों-वरिष्ठ पत्रकारों से दो सवाल पूछे गए.
पहला- उनके इलाके में किसका पलड़ा भारी दिख रहा है ?
दूसरा- यूपी में किसकी सरकार बन सकती है ?
पूर्वांचल-
पूर्वांचल में हिंदुस्तान के स्थानीय संपादक विशवेश्वर कुमार ने कहा, ‘’अभी नहीं कहा जा सकता की यूपी में किसकी लहर हैं. वहीं, एक और वरिष्ठ पत्रकार का कहना है कि पूर्वांचल में इस बार बीजेपी कुछ चौंकाने वाले नतीजे निकाल सकती है.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश-
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले पंद्रह साल से न्यूज एजेंसी पीटीआई के लिए काम कर रहे मोहम्मद मुस्तकीम और न्यूज एजेंसी यूएनआई के महिपाल सिंह से हमने नतीजों को लेकर अनुमान पूछा. दोनों कह रहे हैं कि राज्य में बीजेपी की सरकार बन सकती है.
बुंदेलखंड-
बुंदेलखंड क्षेत्र में चुनावी अनुमान के लिए हमने दो वरिष्ठ पत्रकारों से बात की. डीएलए के समूह संपादक बंशीधर मिश्र और अमर उजाला के स्थानीय संपादक अजीत बडनेरकर से बात की. यहां भी बीजेपी पहले नंबर की पार्टी बताई जा रही है.
अवध-
अवध क्षेत्र यानी सेंट्रल यूपी में हमने इलाहाबाद में प्रयागराज टाइम्स के संपादक अनुपम मिश्र और दैनिक भास्कर के पूर्व संपादक प्रदीप भटनागर से बात की. अवध के चुनावी पंडितों का अनुमान है कि त्रिशंकु विधानसभा हो सकती है. उत्तर प्रदेश के चार दिशाओं से संपादकों और वरिष्ठ पत्रकारों के ये दावे हैं. अब 11 मार्च को नतीजे बताएंगे कि इनके अनुमान रुझान और नतीजों में बदल पाए या नहीं.
बता दें कि यूपी में चुनाव खत्म हो चुके हैं और परसों नतीजे आने वाले हैं. यूपी में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला हुआ है. एसपी-कांग्रेस की बीजेपी, बीएसपी से टक्कर है,यूपी में अभी समाजवादी पार्टी की सरकार है और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री हैं.
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