नई दिल्ली (6 अप्रैल): भारत के लिए बांग्लादेश रणनीति के तौर पर एक अहम पड़ोसी है और दोनों देशों के रिश्तों में पिछले कुछ वर्षों से काफी गर्मजोशी देखी जा रही है। इसकी रिश्ते को और पुख्ता करने के लिए बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना कल से चार दिनों के भारत दौड़े पर आ रही है। इस दौरे के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच 20 के ज्यादा द्विपक्षीय समझौते के आसार हैं। इस दौरान सबकी निगाहें खासतौर पर तीस्ता नदी के पानी के बंटवारे पर प्रस्तावित समझौते पर टिकी रहेंगी। इसके साथ ही दोनों देशों के बीच आतंकवाद समेत कई अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी।
अपने चार दिनों के भारत दौरे के दौरान शेख हसीना जहां प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगी, वहीं उनका कई बड़े मंत्रियों और नेताओं से भी मिलने का कार्यक्रम है।
प्रधानमंत्री शेख हसीना 8 अप्रैल को 1971 में हुई जंग में शामिल हुए भारतीय जवानों से भी मुलाकात करेंगी, इतना ही नहीं इस जंग में शहीद हुए जवानों के परिवार को सम्मानित भी करेंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के मानेकशा सभागार में आयोजित किया जाएगा, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बांग्लादेश की पीएम के साथ मौजूद रहेंगे।
आपको बता दें कि 1971 में हुए बांग्लादेश लिबरेशन वॉर में करीब 1661 भारतीय जवान शहीद हुए थे। बांग्लादेश पहले भी इस जंग में शामिल कई लोगों को सम्मानित कर चुका है, इनमें आर्मी ऑफिसर्स, डॉक्टर्स, जर्नलिस्ट, पॉलिटिकल लीडर्स और डिप्लोमेट्स शामिल हैं।
बांग्लादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपयी को फ्रैंड्स ऑफ बांग्लादेश अवॉर्ड से सम्मानित किया था, इस सम्मान को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पीएम मोदी ने रिसीव किया था।
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