
‘कश्मीर न कभी भारत का अभिन्न अंग था और न कभी होगा’ – बुधवार को अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के सुर में सुर मिलाते हुए ये सब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस (NC ) के अध्यक्ष डॉ़ फारूक अब्दुल्ला ने कहा।
बता दें की इसी नेशनल कांफ्रेंस के साथ कांग्रेस ने कश्मीर में 6 साल सरकार चलाई थी
नवाए सुब परिसर में सम्मेलन को संबोधित करते हुए फारूक ने कहा कि मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई जाति दुश्मनी नहीं। ”
उन्होंने कहा कि मगर मैं उनके खिलाफ हूं क्योंकि मोदी और उनकी पार्टी अनुच्छेद 370 को समाप्त करना चाहती है ताकि कश्मीर का भारत के साथ पूर्ण विलय हो, मगर यह नेकां के रहने तक संभव नहीं है।
साथ ही उन्होंने कहा कि कश्मीर न कभी भारत का अभिन्न अंग था और न कभी होगा। इस दौरान फारूक ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने संविधान के खिलाफ बात की है, इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार भारत एक हिन्दू राष्ट्र नहीं बल्कि एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है।
अगर वह इसे हिन्दू राष्ट्र कहते हैं तो भारतीय संविधान के खिलाफ बोल रहे हैं और इसके लिए केंद्र को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
500 और 1000 रुपये के नोटबंदी के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कश्मीर में देश के अन्य भागों की तरह हाहाकार नहीं मचा है। न ही यहां एटीएम पर लंबी-लंबी कतारें नजर आतीं हैं। अत: कश्मीर में कालाधन नहीं है और ना ही वह धन है जिससे यहां आतंकवाद है।
NOTE : फारूक अब्दुल्ला कांग्रेसी नेता सचिन पायलट का ससुर भी है
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