

आज अगर हम इन प्राइवेट स्कुलो की बात करे तो पिछले 10 सालो से एक कमरे में स्कूल चलाने वाले आज हजारो गज में फैले फाइव स्टार स्कुल के मालिक है ये लोग प्राइवेट स्कुलो से मोटी फ़ीस लेकर बड़ी-बड़ी बिल्डिंगे बना चुके है और दूसरी तरफ इन प्राइवेट स्कुलो की भी यही हालत है इन्होने भी 10-15 सालो में काफी मोटा माल बटोर लिया है और एक क्लीनिक से बड़े-बड़े फाइव स्टार अस्पतालों के मालिक बन बैठे है .
आपने देखा होगा इन प्राइवेट अस्पतालों में मामूली सी खांसी या जुखाम का बिल भी हजारो में बन जाता है और इसके बाद ये लोग 4 दिन दाखिल किए बिना बीमारी को ठीक भी नही कर पाते है ऐसे में अगर कोई गरीब बीमार हो जाता है और प्राइवेट अस्पताल में पहुँच जाए तो उसे तो इलाज करवाने के लिए इन्हें तो अपनी पूरी जमीन या फिर घर बेचना पड़ेगा .
इसलिए गरीब लोगो की मांग है कि अब मोदी जी प्राइवेट स्कुलो व् अस्पतालों पर भी सर्जिकल स्ट्राइक करे .
0 comments: