
उत्तर प्रदेश की एक मुस्लिम महिला, जो की गर्भवती है उसके जिहादी पति ने उसे तीन तलाक देकर घर से बाहर फेंक दिया, उस महिला ने फिर प्रधानमंत्री मोदी से तीन तलाक को ख़त्म करने की गुजारिश की
और पत्र भी लिखा, ये खबर कल मीडिया में भी छाई रही
इसके बाद एक बार फिर तीन तलाक को लेकर मामला गरम हो गया है
और महिलाओं के आत्मसम्मान को बचाने के लिए लोग तरह तरह की बातें भी कर रहे है, इसी बीच कुछ ही दिन पहले जोधपुर में एक मुस्लिम महिला ने तीन तलाक और हलाला से डरकर हिन्दू युवक से शादी की
इसी के बाद अब लोग मुस्लिम महिलाओं से भी मांग करने लगे है की
अब अपमान और जलालत न सहें, कट्टरपंथी तत्व तीन तलाक और हलाला ख़त्म नहीं होने देना चाहते, महिलाओं का शोषण जारी रखना चाहते है
ऐसे में महिलाओं को आत्मसम्मान के लिए ऐसे समाज को त्याग देना चाहिए, और मुस्लिम महिलाओं को अपने आत्मसम्मान के लिए हिन्दू युवकों से शादी कर अपना जीवन यापन करना चाहिए, आइए में तीन तलाक का डर कभी होगा ही नहीं, और तलाक और अन्य सभी चीजों में बराबरी का हक मिलेगा
पश्चिम बंगाल में एकमात्र सक्रिय हिन्दू संगठन "हिन्दू संहति" के प्रमुख तपन घोष ने भी मुद्दे पर
बयान दिया है, बता दें की पिछले साल भर में हिन्दू संहति ने 250 से अधिक मुस्लिम महिलाओं का जीवन बचाया है, और हिन्दू युवकों से शादी भी करवाई है
All courageous Muslim wome in India should embrace Hinduism for dignity and self respect. https://t.co/iloHQ0EZSS— Tapan Ghosh (@hstapanghosh) March 30, 2017
तपन घोष ने कहा है की, भारत की सभी मुस्लिम महिलाएं जो आत्मसम्मान चाहती है, वो हिम्मत करें और हिन्दू युवको से शादी करें जिस से वो तीन तलाक और हलाला जैसी जलालत से बच सके
ऐसा करने पर महिलाओं को बराबरी का हक़ तो मिलेगा ही साथ ही उनका आत्मसम्मान भी कभी खतरे में नहीं आएगा
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