
नई दिल्ली - कूटनीतिक और सामरिक मोर्चों पर भारत के हाथों लगातार मात खाने से बौखलाया पाकिस्तान अब भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगाने में जुट गया है। कुलभूषण जाधव केस में आईसीजे में भारत के हाथों मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ने आरोप लगाया है कि भारत परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह द्वारा मिली रियायत के तहत शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए हासिल परमाणु सामग्री का इस्तेमाल हथियार बनाने के लिए कर रहा है।
यही भी पढ़े -
@ पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि सिविल न्यूक्लियर डील और एनएसजी की छूट के तहत आयात किए जाने वाले न्यूक्लियर फ्यूल, इक्विपमेंट्स और तकनीक को भारत द्वारा दूसरे कार्यों में इस्तेमाल करने के खतरे की ओर पाकिस्तान लगातार आगाह करते आया है।
@ विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने संवाददाताओं को बताया कि भारत द्वारा असैनिक परमाणु सहयोग करार और 2008 के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) से मिली रियायत के तहत आयातित परमाणु ईंधन, उपकरण और प्रौद्योगिकी का हथियारों के लिए किए जा रहे इस्तेमाल को दशकों से रेखांकित कर रहा है।
यह भी पढ़े -
यह भी पढ़े -
@ उन्होंने कहा कि इसे लेकर चिंताएं न तो नई हैं न ही ऐसा है कि पहले इनका पता नहीं था। भारत शांतिपूर्ण इस्तेमाल की प्रतिबद्धता के तहत हासिल परमाणु सामग्री का अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल करने का दुर्लभ आनंद उठाता है। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा परमाणु सामग्री के पूर्व में किया गया और भविष्य में संभावित गलत इस्तेमाल न सिर्फ परमाणु प्रसार बल्कि का गंभीर मुद्दा है बल्कि दक्षिण एशिया के स्थायित्व और पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी इसका गहरा प्रभाव होगा।
@ जकारिया ने एक अन्य रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत ने 2600 न्यूक्लियर हथियारों का मटीरियल जुटा लिया है और एनएसजी के दायरे में आने वाले देशों की जिम्मेदारी है कि वह इस मामले पर ध्यान दें।
यह भी पढ़े -
-
-
यह भी पढ़े -
-
-
Like Our Facebook Fan Page
Subscribe For Free Email Updates
0 comments: