केजरीवाल की इन हरकतों से वैसे अब किसी को कोई हैरानी नहीं होती, उनकी घटिया करतूतों और सोच से सब वाकिफ है! लेकिन इस बार काले धन के प्रहार से देश को बचाने के लिए फैसले का विरोध कर केजरीवाल ने अपनी असलियत सबके सामने रख दी है! इस फैसले का विरोध करने का साफ़ मतलब है कि खुद काला धन जमा कर के बैठे हैं! आम आदमी को तो कोई परेशानी नहीं है तो इन्हें क्या परेशानी हो रही है! और केजरीवाल तो खुद इतने पढ़े लिखे हैं, समझदार हैं तो फिर इस फैसले के खिलाफ खड़े होने का क्या मतलब बनता है! ठीक यही सवाल किया तारेक फ़तेह ने!
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तारेक फ़तेह ने मोदी जी के फैसले को एक जबरदस्त ऐतिहासिक फैसला बताते हुए, इसका विरोध करने वालों में से एक केजरीवाल की धज्जियां उड़ा दी! पाकिस्तान के सगा केजरीवाल अपने ही देश को लूटने पर तुला हुआ है! तारेक ने केजरीवाल की नासमझी और बेवकूफी का वर्णन बड़े ही सही ढंग से किया है!
देखिये:
इसमें कोई दोराय नहीं है कि पाकिस्तान ने भारत से अलग होते ही भारत को आर्थिक तौर पर खोखला करने की कोशिश शुरू कर दी थी! अब मोदी जी के काले धन के धंधे पर उतला प्रहार करने से इनके होश उड़ गए हैं! और केजरीवाल जैसे नमक हराम अपने देश के दुश्मनों का साथ देने में लगे हुए हैं!
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