loading...

गुजरात के इस्लामिक गुंडे को शाहरुख़ खान अपनी फिल्म ” रईस ” में बना रहे रॉबिनहुड


शाहरुख़ खान की नई फिल्म रईस की रिलीज़ आजकल खूब सुर्खियों में है . इसका एक कारण यह भी है कि यह फिल्म गुजरात के एक अपराधी , शराब तस्कर अब्दुल लतीफ़ की जिंदगी पर बनाई गयी है . रईस का ट्रेलर देख कर तो कुछ ऐसा ही लग रहा है कि सडक के किसी गुंडे को पकड़ कर एक एक्शन हीरो के रूप में दिखाया गया है.



आज हम आपको अब्दुल लतीफ़ के बारे में बताने जा रहे है 90 के दशक में पूरे गुजरात में लतीफ़ का आतंक हुआ करता था . पहले वो अहमदाबाद के जुए के अड्डो पर शराब पिलाने का काम करता था . इसके बाद उसने कई धंधे शुरू किये जिसमे नकली शराब , अवैध वसूली और मर्डर जैसे काम शामिल है . इस दौरान उस पर कई केस भी दर्ज करवाए गये .
बता दें कि इसी समय उसे कांग्रेस पार्टी का भी साथ मिल गया जिससे उसने पूरे गुजरात में अपना कारोबार फैला लिया . इसके बाद लतीफ़ ने गुजरात के पश्चिमी तट पाकिस्तान से गोला बारूद और हथियार मंगवाना भी शुरू कर दिया . 1995 में एक दफा जब उसके घर छापा पड़ा . तब वहां से 100 एके 47 रायफले और लगभग 50 हजार ग्रेनेड बरामद किये गये थे और अब वह गुजरात में दाउद के भरोसेमंद आदमियों में गिना जाने लगा था .
लतीफ़ हिन्दुओ का कट्टर दुश्मन बन गया था . उसके डर से अहमदाबाद के कई इलाको से हिन्दू अपना घर बार छोड़ के जाने पर मजबूर हो गये थे . लतीफ़ ने ऐसे घरो पर मुस्लिमो के अवैध कब्जे भी करवाए . बताया जाता है कि उसकी एक गैंग थी जिसमे सभी मुसलमान ही थे जो हिन्दू कारोबारियों को लूटते और उनकी महिलाओ के साथ बलात्कार किया करते थे . यह सब उसने कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के दौरान किया था .
इसके बाद 1995 में बीजेपी की केशुभाई पटेल की सरकार सत्ता में आ गयी और लतीफ़ के कारोबार पर बंदिश लगनी शुरू हो गयी . तब वह कुछ समय के लिए पाकिस्तान भाग गया और जब वापिस आया तो दिल्ली में छुपकर रहने लगा . बताया जाता है कि वह वहीँ के पीसीओ से अपने गुर्गो से बात किया करता था लेकिन एक दिन पुलिस द्वारा जाल बिछा के उसे पकड़ लिया गया इस तरह गुजरात से उसका आतंक कम होने लगा और वहां के हिन्दुओ का बीजेपी सरकार पर भरोसा बनने लगा .
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद उसे साबरमती सेंटल जेल में रखा गया . 29 नवम्बर 1997 को इसने जेल से भागने की कोशिश की जिसमे यह मारा गया . उस समय शंकर सिंह वाघेला गुजरात के सीएम बन गये थे और लतीफ़ के गुर्गे इसे फेक एनकाउंटर कहते थे .
हम तो बस यह कहना चाहते है कि इस कहानी को ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़े ताकि उन्हें पता लगे कि बॉलीवुड में किस तरह हिन्दुओ का अपमान हो रहा है और इन मुस्लिम गुंडों को कैसे रॉबिनहुड बना कर दिखाया जा रहा है .
loading...
loading...
loading...

Related Posts:

0 comments: