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चीन के राष्ट्रगान को सलाम करने वाले वामपंथी भारतीय राष्ट्रगान के खिलाफ उगल रहे है जहर !!


वामपंथी तत्व शुरू से ही राष्ट्र विरोधी रहे है . भारत और हिन्दू धर्म का विरोध कर यह स्वयं को महान समझते है . बता दें कि 1962 में चीन के साथ युद्ध के समय भी केरल के कुछ वामपंथी भारत में घूम घूम कर चीन का समर्थन कर रहे थे जिस कारण यह गिरफ्तार भी हुए थे . वामपंथियों को देशद्रोही भी कहा जाता है .

दरअसल केरल में एक मामला सामने आया है जहाँ केरल का एक लेखक स्वयं को देशद्रोही साबित कर रहा है और इस लेखक को बीजेपी कार्यकर्ताओं के कहने पर गिरफ्तार भी कर लिया गया है  बता दें कि इसका नाम कमाल सी चवरा है और इसे केरल के कोहजीकोड़े से गिरफ्तार किया गया . बताया जा रहा है कि इस लेखक ने अपने लेख में भारतीय राष्ट्रगान के खिलाफ इतनी आपत्तिजनक बाते लिखी है कि जिसे हम आपको बता भी नही सकते .
दरअसल कमाल सी चवरा को राष्ट्रगान के दौरान खड़े होने पर भी आपत्ति है और हाल ही में आये राष्ट्रगान पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी इस लेखक ने ऐतराज जताया है . अब आप ही बताये कि इन लोगो को देशद्रोही न कहें तो क्या कहें ? आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों में केरल पुलिस ने ऐसे ही 6 वामपंथी छात्रों को गिरफ्तार किया है यह वे छात्र है जो थियेटर में बार बार बोलने के बावजूद राष्ट्रगान पर खड़े नही हुए .
ये कुछ ऐसे वामपंथी लोग है जो क्यूबा , चीन जैसे अन्य देशो के राष्ट्रगान को तो बहुत महत्व देते है लेकिन भारत में ही रहते हुए इन वामपंथियों को भारत के राष्ट्रगान सहित भारत देश से ही नफरत है.
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