अब्दुल बासित ने गुरुवार को दोनों देशों के बीच बिना किसी बाधा के बायलेटरल रिलेशन पर जोर दिया और कहा, “दोनों देशों को मतभेदों को दूर करना ही होगा ताकि वे को-ऑपरेटिव रिलेशनशिप के रास्ते पर बगैर किसी परेशानी के आगे बढ़ सकें” उन्होंने आगे कहा कि पाक हर तरह की बात करने के लिए तैयार है लेकिन भारत की तरफ से इस पर सहमति नहीं दिखाई जा रही है . आगे बासित ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने पहले ही 70 साल का लम्बा समय बर्बाद कर दिया परन्तु अब यह तय करना ही होगा कि हम असल में चाहते क्या हैं ? क्या हम इन हालात में ही रहना चाहेंगे या रिश्तों की नई शुरुआत करना चाहेंगे .
बता दें कि बासित का यह बयान इंडो-पाक रिलेशनशिप पर एक चर्चा के दौरान दिया गया है .
भारत में हुए आतंकी हमलों के चलते दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है . पठानकोट, उरी और नगरोटा में आर्मी बेस पर किये आतंकी हमलो में कई भारतीय जवान शहीद हो गये थे फिर 29 सितंबर को पीओके में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में 40 आतंकी मारे गए . इसके बाद से जम्मू-कश्मीर और एलओसी पर पाक की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है . पहले की सरकारें पाकिस्तानियों की बातों में आ जाती थी पर मोदी सरकार के कड़े रूख ने पाकिस्तान के होसले पस्त कर दिए हैं वो लगातार बातचीत का राग अलाप रहा है पर साथ ही साथ अपनी नीच हरकतें भी जारी रखें हुए है ।
भारत में हुए आतंकी हमलों के चलते दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है . पठानकोट, उरी और नगरोटा में आर्मी बेस पर किये आतंकी हमलो में कई भारतीय जवान शहीद हो गये थे फिर 29 सितंबर को पीओके में भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक में 40 आतंकी मारे गए . इसके बाद से जम्मू-कश्मीर और एलओसी पर पाक की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जा रहा है . पहले की सरकारें पाकिस्तानियों की बातों में आ जाती थी पर मोदी सरकार के कड़े रूख ने पाकिस्तान के होसले पस्त कर दिए हैं वो लगातार बातचीत का राग अलाप रहा है पर साथ ही साथ अपनी नीच हरकतें भी जारी रखें हुए है ।
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