भारत में अब बहुत बदलाव आ गया है यह तो आप सभी को दिख ही रहा होगा . भारत की सेना अब बिलकुल भी अलगाववादियो को बक्शने के मूड में नजर नही आ रही है . यह भारत के रिटायर जनरल बिक्रम सिंह का कहना है कि जो कोई भी भारत के खिलाफ बंदूक उठाएगा उससे सेना नही अपितु सेना की बंदूक बात करेगी .
पत्रकार विक्रम सावंत से बात करते हुए पूर्व जनरल ने कहा कि बुरहान वानी एक आतंकी था जिसका सम्बन्ध हाफिज सईद जैसे आतंकियों से भी था . #
आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि बुरहान वानी कोई रोबिन हुड या कोई शूरवीर क्रांतिकारी नही था . वह एक आतंकी था जो बन्दूक के सहारे जी रहा था और उसी के कारण मारा भी गया . उनका कहना था कि हमारा तो आतंकियों को साफ़ सन्देश है या तो बन्दूक छोड़ दो या फिर भारतीय सेना की गोली खा के मरने के लिए तैयार हो जाओ . #
बता दें कि जबसे केंद्र में मोदी सरकार आई है तबसे आलगाववादियो को सरकार द्वारा बातचीत के लिए नही बुलाया जाता जबकि पिछली सरकारे इन्हें विशेष रूप से बातचीत के लिए आमंत्रित करती थी . मोदी सरकार के समय में आलगाववादियो से सेना अपने तरीके से बात करती है .
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