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कोंग्रेस द्वारा केन्द्रीय मंत्री रीज़ज़ू के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार के आरोपों पर पूरी रिपोर्ट !!

पहले आपको पूरा मामला बताते हैं कि कोंग्रेस ने क्या आरोप लगाया है । कांग्रेस ने मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू का इस्तीफा मांगा है। यह आरोप अरुणाचल प्रदेश में एक बड़े हायड्रो पावर प्रोजेक्ट के लिए बनने वाले 2 बांध में 450 करोड़ रुपये के घोटाले से संबंधित है। पब्लिक सेक्टर की कंपनियों के चीफ विजिलेंस अफसर सतीश वर्मा ने किरन रिजिजू, उनके चचेरे भाई और ठेकेदार गोबोई रिजिजू, नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पॉवर कॉरपोरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर और कॉरपोरेशन के कई अफसरों के खिलाफ 129 पन्नों की रिपोर्ट सीवीसी, सीबीआई और एनर्जी मिनिस्ट्री को भेजी है। कांग्रेस ने उनके चचेरे भाई की डीलिंग्स पर सतीश वर्मा के साथ उनके चचेरे भाई का 28 मिनट का एक अॉडिया टेप भी जारी किया और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ऊपर आपने कोंग्रेस के आरोपों को पढ़ा है इसके बारे में हमारा ये कहना है कि कोंग्रेस नया ड्रामा रचकर देश को ये साबित कर देना चाहती है कि भाजपा के मंत्री भ्रष्ट हैं उन्होंने घोटाला किया है पर जानते हैं कोंग्रेस के इस आरोप के दावे में कोई दम है या ये केवल एक ढोंग और नाटक है ।
सबसे पहले बात करते हैं आरोप में लिखे हुए एक नाम की जिसको कोंग्रेस पार्टी ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू का भाई बताया है । उनका नाम है ठेकेदार गोबोई रिजिजू । हम दोबारा आपको बता दें कि कोंग्रेस वालों ने कहा है कि ठेकेदार गोबोई रिजिजू केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू  के चचेरे भाई हैं । सबसे बड़ा झूठ यही है और कोंग्रेस आरोप लगाते समय पहला दाव या खेल ही सही से नहीं खेल पायी । जब किरण रिजिजू के रिश्तेदारों और गाँव में जाकर पता किया गया तो पता चला है कि ठेकेदार गोबोई रिजिजु और किरण का कोई भी रिश्ता नहीं हैं । वे केवल एक ही गावँ के रहने वाले हैं । ट्वीटर पर लोगों ने कोंग्रेस का इस बात पर मज़ाक़ उड़ाते हुए लिखा है कि कोंग्रेस के लिए सारी दुनिया के रिजिजु केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार हैं और सारे मोदी नरेंद्र मोदी के । 

So according to  & AAPtards
All Rijiju are Kiren Rijiju
& All Modi are NaMo relatives
Soon All jiju's will be kisans.
ख़ुद किरण रिजिजु ने भी स्पष्ट किया है कि गोबोई रिजिजु उनके भाई नहीं बल्कि गाँव से हैं , अब दूसरी बात पर आते हैं कोंग्रेस के अनुसार इसमें भाजपा मंत्री ने ४५० करोड़ का घोटाला किया है , अब अगर ये घोटाला है जैसा कि कोंग्रेस कह रही है तो कोंग्रेस को देश को पैसे वापिस करने चाहिएँ क्यूँकि सारी पेमेंट तो UPA सरकार में हुई हैं । भाजपा लीड NDA सरकार ने तो कोई पेमेंट ही नहीं दी तो जब पेमेंट ही किरण रिजिजु ने नहीं तो आख़िर उन्होंने कैसे घोटाला कर दिया ? जब ये पेमेंट हुई थी तब तो किरण रिजिजु मंत्री नहीं थे और मंत्री तो क्या वे तो MP भी नहीं थे ।
किरण रिजिजु ने बताया कि उनकी सरकार ने बची हुई केवल दस-बीस हज़ार की कुछ पेमेंट की हैं वो भी तब जब वहाँ के लोकल लोग उनके पास इसके लिए रिक्वेस्ट लेकर आए क्या दस बीस हज़ार की पेमेंट करने वाला ४५० करोड़ के घोटाले का दोषी हो गया ?
तीन्सरी बात उस ऑडीओ टेप की की जा रही है जो ठेकेदार गोबोई रिजिजु और ऑफ़िसर सतीश वर्मा के बीच की है तो सबसे पहले आपको सतीश वर्मा के बारे में कुछ जानकारी दे देते हैं कि उनका इतिहास क्या रहा है ।
1- इस सतीश वर्मा को लगता था इशरत जहाँ टेररिस्ट नहीं थी । 
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आपने पढ़ लिया और जान लिया कि सतीश वर्मा कौन हैं , किसके लिए क्या क्या काम करते रहें हैं शायद अब हमें और कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है । एक बात और आपको बता दें कि ये इल्ज़ाम लगा कर कोंग्रेस ख़ुद ही फँस गयी है और आने वाले समय में कोंग्रेस के लिए ये भी एक सर दर्द बनेगा । ऑगस्टा घोटाला ऐसे नहीं दबने वाला । मोदी है किसी भ्रष्ट को नहीं छोड़ेंगे  ।
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