दिल्ली सरकार के चाय का बिल जानकर आप को हैरानी होगी की इनकी आम आदमी पार्टी इतनी महंगी होगी और जब आप इनके दफ्तर और घरों के बिजली के बिल देखेंगे तो आप अपनी आँखों पर यकीन नहीं कर पाएंगे . इनके पुरे मंत्रीमंडल का यह खर्च एक करोड़ से भी ऊपर है . यह सारी जानकारी आरटीआइ के जवाब में दिल्ली सरकार की एक प्रशासनिक शाखा ने स्वयं दी है .
आप यह जानकर दंग रह जायेंगे कि अरविन्द केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने पिछले डेढ़ साल में करीब सवा करोड़ रुपये चाय और नाश्ते पर खर्च किया है . बिना किसी विभाग के होते हुए भी अरविन्द केजरीवाल ने कार्यलय और निवास में चाय समोसे पर इतनी मोटी रकम खर्च कर दी है. इन लोगों के बिजली-पानी के बिल के रूप में प्रदेश ने करीब 18 लाख रुपये का भुगतान किया है .
आरटीआइ के जवाब पत्र क्रमांक एफ 25/2466/2016/आरटीआइ/जीएडी/एडमिनिस्ट्रेशन/6065 दिनांक 14 दिसंबर 2016 के मुताबिक-
अगस्त 2016 तक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दफ्तर में 27,25,603 रुपये के चाय-स्नैक्स परोसे गए और उनके कैंप ऑफिस में 28,60,050 रुपये खर्च किए गए है
इतना ही नहीं इसी अवधि में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दफ्तर का बिल 8,60,238 रुपये था और कैंप ऑफिस का बिल 6,51,463 था।और आपको जान कर यकीन नहीं होगा की..
- 19 मार्च, 2015 से 4 सितंबर, 2016 तक की अवधि में मुख्यमंत्री के बंगले का बिजली बिल 2,23,520 रुपये का था .
- 18 मार्च, 2015 से 31 अक्टूबर 2016 तक मुख्यमंत्री के बंगले का पानी का बिल 13,920 रुपये आया.
- फरवरी 2015 से अक्टूबर 2016 तक मुख्यमंत्री के पायलट वाहन के पेट्रोल का खर्च 5,08,876 रुपये था .
ध्यान रहे यह वही आदमी है जिसने सत्ता में आने के बाद दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली और पानी देने का वादा पूरी उम्मीद के साथ किया था और लोगो को विश्वास दिला दिया था की वह गरीबो की हर समस्या को दूर करगे . और आज वही सबसे अधिक बिजली खर्च कर रहे है .
आपको ये जान कर भी हैरानी होगी की, इसमे सबसे ज्यादा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का ही बिल है . सीधी साधारण राजनीति करने की कसम खाने वाले , सुधार और बदलाव की माला जपने वाली ये पार्टी भी आम आदमी के साथ खिलवाड़ करेगी . उन मुख्य पार्टीयो का क्या जो न पूरी इमानदारी की बात करती है न ही राजनीती में बदलाव के सपने आम आदमी को दिखाती है.
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