इन्हें बे-ख़ौफ़ अपराधियों के लिए ख़ौफ़ का दूसरा नाम भी कहा जाता है ये आत्मविश्वास से भरी और दूसरों के लिए प्रेरणादायक भी है या यूँ भी कहा जा सकता है कि ये बुलंद हौसले का दूसरा नाम है और ये है सीआईडी की उप महानिरीक्षक सोनिया नारंग .
सोनिया नारंग सभी को कानून के सामने एक समान रूप से देखती है जिसके कारण वह हमेशा सुर्ख़ियों में रही हैं तो आइए जानते हैं इस फौलादी इरादों से भरी आईपीएस अधिकारी से जुड़ी कुछ खास बातें .
बता दें कि सोनिया नारंग 2006 में उस समय सुर्ख़ियों में आई जिस समय वह दावणगेरे में पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात थी हालंकि उस समय वह शहर हिंसक विरोध प्रदर्शनों में जल रहा था क्यूंकि वहां पर सत्तारूढ़ दल भाजपा के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता हर रोज नए-नए प्रदर्शन कर रहे थे उसके बाद तो इस प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था जिसके कारण कांग्रेस और भाजपा के लोग आपस में लड़ाई-झगड़े पर तक उतर आए .
जब वहां पर इस तरह की हिंसक स्थिति चल रही थी तो इसी बीच सोनिया नारंग ने लाठी चार्ज करने का आदेश दिया जबकि भाजपा के विधायक रेणुकाचार्य ने ऐसा करने से उन्हें साफ़ मना कर दिया जब सोनिया के बार-बार विधायक से बात करने के बाद भी वह अपनी जिद्द पर अडा रहा तो सोनिया नारंग ने गुस्से में आकर विधायक को थप्पड़ तक लगा दिया था .
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