
देर रात को जब शशिकला को मालूम चला की जयललिता को कार्डियक अरेस्ट हुआ है तो शशिकला ने इलाज में कुछ ‘गड़बड़’ का शंशय जताया।
आईएएनएस से बातचीत में शशिकला ने कहा कि जया को केंद्र सरकार की देखरेख में सीधे रखा जाना चाहिए था जनता उनके स्वास्थ्य के बारे में काफी हद तक बेख़बर थी और पूरी तरह से अस्पताल द्वारा दिए गए बयान पर भरोसा था।
शशिकला ने प्रधानमंत्री मोदी से बात कर हस्तक्षेप करने और जयललिता को बचाने के लिए अनुरोध भी किया था।
इन सब ख़बरों से मीडिया ने ADMK के दरवाजों के पीछे कुछ गड़बड़ होने की आशंका भाप ली थी।
जयललिता की मृत्यु के पश्चात् जब जनता एक बड़े शोक के ग़ुज़र रही थी और अस्तपताल में पार्टी के नेताओ की भीड़ थी उन्हें श्रधांजलि देने के लिए तभी Paneerselvam उस स्थिति में राजनीतिक मामलों के शीर्ष होने की शपथ ले रहे थे।
पर क्यों? वो भी ऐसे अनुचित माहौल में
जानिए पूरा सच
जयललिता की मौत की घोषणा से पहले Dhivaharan जो की शशिकला के छोटे भाई है पार्टी के विधायको से मिल रहे थे और उनसे समर्थन की गुजारिश कर रहे थे।
तो इसका मतलब ये है की शपथ शशिकला के राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं को तोड़ने और AIDMK सरकार बचाने के लिए थी?
शशिकला जो जयललिता की बहुत करीबी थी मन जाता है की उन्होंने जयललिता के खिलाफ षड्यंत रचे थे जिनके कारण जयललिता ने शशिकला और उनके रिश्तेदारो को अपने घर से निकल दिया था जो उनके साथ रह रहे थे।
१९९१ में जब जयललिता ने assembly इलेक्शन जीते तो उनके साथ शशिकला भी बहुत मजबूत हो गयी।
वास्तव में, वह जयललिता की तुलना में अधिक शक्तिशाली हो गयी थी , इतना कि मंत्रियों ने उसके पास से सीधे आदेश लेने शुरू कर दिए।
वास्तव में, वह जयललिता की तुलना में अधिक शक्तिशाली हो गयी थी , इतना कि मंत्रियों ने उसके पास से सीधे आदेश लेने शुरू कर दिए।
उनके गलत तरीको से पैसे कमाने के बहुत सारे मामले सामने आये जो की पार्टी की १९९६ में हार की एक बहुत बड़ी वजह बने।
२०११ में जब जयललिता CM बनी तो Mannargudi माफिया जो शशिकला द्वारा तैयार गयी सेना थी जयललिता की सुरक्षा के लिए उनके व्यापारियों से पैसे वसूलने के कई मामले सामने आये जिनपे उस समय गुजरात के CM नरेंद्र मोदी ने उन्हें मन्नारगुडी माफिया के बारे में सतर्क कर दिया और उनसे कहा कि निवेशक शशिकला और उसके परिवार की मौद्रिक मांगों से परेशान होकर तमिलनाडु से जा रहे थे।
२०११ में जब जयललिता CM बनी तो Mannargudi माफिया जो शशिकला द्वारा तैयार गयी सेना थी जयललिता की सुरक्षा के लिए उनके व्यापारियों से पैसे वसूलने के कई मामले सामने आये जिनपे उस समय गुजरात के CM नरेंद्र मोदी ने उन्हें मन्नारगुडी माफिया के बारे में सतर्क कर दिया और उनसे कहा कि निवेशक शशिकला और उसके परिवार की मौद्रिक मांगों से परेशान होकर तमिलनाडु से जा रहे थे।
इन सब बातों से परेशान जयललिता जब शशिकला को सूचित किए बिना अपने मेडिकल परीक्षण के लिए एक डॉक्टर के पास गयी। वहां परीक्षण से पता चला है कि उन्हें काम मात्रा में रासायनिक पदार्थ दिया जा रहा है जो की जहर के सामान है। घर पर उसकी नर्स शशिकला द्वारा नियुक्त की गयी थी।
ये जानकर जयललिता ने शशिकला से दूरी बना ली थी
Newsminute के अनुसार तब से म नटराजन जो की शशिकला के पति है उन्हें पार्टी के सभी कामो से दूर रखा जाता था।
और अब उन्हें मीडिया से बातें करते हर जगह देखा जा सकता है यहाँ तक की एक समाचार चैनल पे उन्होंने एमजीआर और जयललिता की विरासत को आगे ले जाने की बात की है।
Newsminute के अनुसार तब से म नटराजन जो की शशिकला के पति है उन्हें पार्टी के सभी कामो से दूर रखा जाता था।
और अब उन्हें मीडिया से बातें करते हर जगह देखा जा सकता है यहाँ तक की एक समाचार चैनल पे उन्होंने एमजीआर और जयललिता की विरासत को आगे ले जाने की बात की है।
तो क्या यही कारण था जिसके वजह से पार्टी ने पनीरसेल्वम से आपातकालीन स्थिति में राजनीतिक मामलों के शीर्ष होने की शपथ दिलाई ताकि शशिकला और उनके परिवार का हस्तक्षेप रोका जा सके
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