भोपाल। खुद को IIT दिल्ली में पढ़ा हुआ बताने वाले एक युवक ने लिवइन में साथ रह रही युवती की हत्या कर दी। दो राज्यों की पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण यह वारदात भोपाल के साकेत नगर में हुई। आरोपी का नाम है उदयन दास(32वर्ष)। पश्चिम बंगाल पुलिस ने उसे आकांक्षा (28) पिता शिवेंद्र शर्मा के अपहरण के मामले में गुरुवार को पकड़ा तो इस हत्या का चौंकाने वाला सच सामने आया।
किसी दूसरे के साथ देख लिया था फोटो
उदयन ने गुरुवार रात 11 बजे पुलिस को फिर गुमराह किया। उसने कहा कि जुलाई, 2016 में आकांक्षा की हत्या कर दी थी। उसने हत्या का कारण किसी अन्य लड़के से उसका रिलेशन होना बताया। उदयन ने कहा कि उसने आकांक्षा के फोटो किसी लड़के के पास देख लिए थे। इससे वो गुस्सा था।
उदयन ने गुरुवार रात 11 बजे पुलिस को फिर गुमराह किया। उसने कहा कि जुलाई, 2016 में आकांक्षा की हत्या कर दी थी। उसने हत्या का कारण किसी अन्य लड़के से उसका रिलेशन होना बताया। उदयन ने कहा कि उसने आकांक्षा के फोटो किसी लड़के के पास देख लिए थे। इससे वो गुस्सा था।
कई लड़कियों के साथ देखा गया था उदयन
एक पड़ोसी के मुताबिक, उदयन को कई बार उसने अलग-अलग लड़कियों के साथ देखा था। आकांक्षा के साथ एक बार वह गणेश चतुर्थी की झांकी में नजर आया था। उसने बताया था कि, आकांक्षा के साथ उसने प्रेम विवाह किया है। करीब तीन महीने पहले इसी मामले में पुलिस उसे पकड़कर ले गई थी कि, लेकिन उसकी मां ने उसे छुड़वा लिया था। मां पुलिस से रिटायर्ड डीएसपी हैं।
एक पड़ोसी के मुताबिक, उदयन को कई बार उसने अलग-अलग लड़कियों के साथ देखा था। आकांक्षा के साथ एक बार वह गणेश चतुर्थी की झांकी में नजर आया था। उसने बताया था कि, आकांक्षा के साथ उसने प्रेम विवाह किया है। करीब तीन महीने पहले इसी मामले में पुलिस उसे पकड़कर ले गई थी कि, लेकिन उसकी मां ने उसे छुड़वा लिया था। मां पुलिस से रिटायर्ड डीएसपी हैं।
एक ड्रिल मशीन टूटी, तो दूसरी मंगवाई
पुलिस लाश को चबूतरे से निकालने शाम 6 बजे घटनास्थल पर पहुंची थी। चबूतरा करीब 10 बोरी सीमेंट से बनाया गया था। उसे तोड़ने में पुलिस को पसीना छूट गया था। रात 10 बजे पुलिस ने जैक हैमर ड्रिल मशीन बुलवाई। वह मशीन टूट गई। इसके बाद रात 11 बजे दूसरी मशीन बुलानी पड़ी।
पुलिस लाश को चबूतरे से निकालने शाम 6 बजे घटनास्थल पर पहुंची थी। चबूतरा करीब 10 बोरी सीमेंट से बनाया गया था। उसे तोड़ने में पुलिस को पसीना छूट गया था। रात 10 बजे पुलिस ने जैक हैमर ड्रिल मशीन बुलवाई। वह मशीन टूट गई। इसके बाद रात 11 बजे दूसरी मशीन बुलानी पड़ी।
नौकरी के बावजूद रईसों जैसी लाइफ स्टाइल
पुलिस के मुताबिक जिस चबूतरे के अंदर शव रखा था उस पर उदयन गद्दा बिछाकर सो भी जाता था। उसने घर का ग्राउंड फ्लोर ब्रह्मकुमारी संस्था को किराए पर दे रखा है। प्रेमिका की हत्या कर शव को कमरे में ही दफनाने वाले उदयन की लाइफ स्टाइल के बारे में पड़ोसियों ने बताया कि बेरोजगार होने के बावजूद उसका रहन-सहन रईसों जैसा था। मर्सिडीज और ऑडी में घूमता था। महज डेढ़-दो किलोमीटर के लिए ऑटो वालों को पांच-पांच सौ के नेाट इनाम में दे देता था।
पुलिस के मुताबिक जिस चबूतरे के अंदर शव रखा था उस पर उदयन गद्दा बिछाकर सो भी जाता था। उसने घर का ग्राउंड फ्लोर ब्रह्मकुमारी संस्था को किराए पर दे रखा है। प्रेमिका की हत्या कर शव को कमरे में ही दफनाने वाले उदयन की लाइफ स्टाइल के बारे में पड़ोसियों ने बताया कि बेरोजगार होने के बावजूद उसका रहन-सहन रईसों जैसा था। मर्सिडीज और ऑडी में घूमता था। महज डेढ़-दो किलोमीटर के लिए ऑटो वालों को पांच-पांच सौ के नेाट इनाम में दे देता था।
परिवार वालों की जुलाई 2016 तक फोन पर बात हुई। फिर केवल चैटिंग होती थी। चैटिंग के दौरान आकांक्षा खुद को न्यूयॉर्क में सेटल होना बताती थी। चैटिंग में भी न्यूयॉर्क की टाइमिंग का ख्याल रखा जाता था। पुलिस के मुताबिक बैंक मैनेजर उसके पिता शिवेंद्र शर्मा और भाई आयुष को इस बातचीत पर शक होने लगा। पुलिस की मदद से उस नंबर की लोकेशन सर्च करवाई, जिससे आकांक्षा चैटिंग करती थी। पता चला कि वह नंबर साकेत नगर स्थित 3/ए, एमआईजी-62 में इस्तेमाल हो रहा था। दिसंबर 2016 में शिवेंद्र बेटी को तलाशते हुए भोपाल आए भी, लेकिन न आकांक्षा मिली और न उदयन। अंदाजा था कि बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है, इसलिए बीती 5 जनवरी को उन्होंने बांकुरा थाने में बेटी को अगवा करने का केस दर्ज करवाया।
आखिर हत्या की वजह क्या थी
सूत्रों के मुताबिक आकांक्षा के पास अक्सर उसके एक दोस्त का फोन आता था। उसने आकांक्षा के बैंक अकाउंट से कई बार में काफी रकम भी निकाल ली थी। इस बात पर उदयन का कई बार उससे विवाद भी हुआ था। पुलिस मान रही है कि इसी बात पर उसने आकांक्षा की गला दबाकर हत्या की होगी।
सूत्रों के मुताबिक आकांक्षा के पास अक्सर उसके एक दोस्त का फोन आता था। उसने आकांक्षा के बैंक अकाउंट से कई बार में काफी रकम भी निकाल ली थी। इस बात पर उदयन का कई बार उससे विवाद भी हुआ था। पुलिस मान रही है कि इसी बात पर उसने आकांक्षा की गला दबाकर हत्या की होगी।
बाथरूम की आड़ में मार्बल खरीदे थे
उदयन ने पड़ोस में बिल्डिंग मटेरियल बेचने वाले एक सप्लायर से सीमेंट,रेत और मार्बल खरीदा था। आरोपी ने यह कहा था कि, उसकी नई शादी हुई है, इसलिए वह बाथरूम में नहाने के लिए एक अच्छा-सा टब बनवा रहा है। बाद में उसने किसी मिस्त्री को बुलाकर चबूतरे पर मार्बल लगवाए।
उदयन ने पड़ोस में बिल्डिंग मटेरियल बेचने वाले एक सप्लायर से सीमेंट,रेत और मार्बल खरीदा था। आरोपी ने यह कहा था कि, उसकी नई शादी हुई है, इसलिए वह बाथरूम में नहाने के लिए एक अच्छा-सा टब बनवा रहा है। बाद में उसने किसी मिस्त्री को बुलाकर चबूतरे पर मार्बल लगवाए।
कार्ल गर्ल बुलाता था
भोपाल और कोलकाता की पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वो उसी चबूतरे पर बैठकर शराब पीता था, जिसके नीचे उसने अपनी प्रेमिका को दफन किया था। वह उसी चबूतरे पर कॉल गर्ल के साथ वक्त बिताता था। आरोपी के अनुसार, वह अरेरा कॉलोनी स्थित बंगले में एक कॉल गर्ल के साथ वक्त बिताता था। वह चबूतरे पर परफ्यूम भी छिड़कता था।
भोपाल और कोलकाता की पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वो उसी चबूतरे पर बैठकर शराब पीता था, जिसके नीचे उसने अपनी प्रेमिका को दफन किया था। वह उसी चबूतरे पर कॉल गर्ल के साथ वक्त बिताता था। आरोपी के अनुसार, वह अरेरा कॉलोनी स्थित बंगले में एक कॉल गर्ल के साथ वक्त बिताता था। वह चबूतरे पर परफ्यूम भी छिड़कता था।
झांसे में आ गई थी आकांक्षा
आकांक्षा की दोस्ती उदयन से 2007 में हुई थी। उदयन ने खुद को अफसर बताया था। उसके झांसे में आकर ही आकांक्षा कोलकता से भागकर भोपाल उसके साथ रहने के लिए आ गई थी। यौन कुंठित आरोपी अपनी प्रेमिका के मर्डर के बाद यौन तृप्ति के लिए कॉलगर्ल को बुलाता था। बहरहाल, आरोपी कितना सच-झूठ बोल रहा है, इसके लिए पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स और सोशल साइट्स के मैसेज निकलवा रही है। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने संभवत: 27 दिसंबर की रात को ही कर दी थी।
आकांक्षा की दोस्ती उदयन से 2007 में हुई थी। उदयन ने खुद को अफसर बताया था। उसके झांसे में आकर ही आकांक्षा कोलकता से भागकर भोपाल उसके साथ रहने के लिए आ गई थी। यौन कुंठित आरोपी अपनी प्रेमिका के मर्डर के बाद यौन तृप्ति के लिए कॉलगर्ल को बुलाता था। बहरहाल, आरोपी कितना सच-झूठ बोल रहा है, इसके लिए पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स और सोशल साइट्स के मैसेज निकलवा रही है। पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने संभवत: 27 दिसंबर की रात को ही कर दी थी।
करोड़ों की प्रॉपर्टी का मालिक
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी का एक मकान साकेत नगर, तो दूसरा अरेरा कॉलोनी में है। इसके अलावा मंडीदीप, रायसेन और सीहोर भी संपत्ति है। उसकी मां अमेरिका से भी पैसा भेजती रहती है। करीब 15 दिन पहले उसकी गाड़ी का VIP रोड पर एक्सीडेंट हो गया था। वह गाड़ी अभी मैकेनिक के पास पड़ी हुई है।
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी का एक मकान साकेत नगर, तो दूसरा अरेरा कॉलोनी में है। इसके अलावा मंडीदीप, रायसेन और सीहोर भी संपत्ति है। उसकी मां अमेरिका से भी पैसा भेजती रहती है। करीब 15 दिन पहले उसकी गाड़ी का VIP रोड पर एक्सीडेंट हो गया था। वह गाड़ी अभी मैकेनिक के पास पड़ी हुई है।
शुक्रवार का अपडेट
हमीदिया में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिको लीगल के हेड डॉ. अशोक शर्मा की निगरानी में पोस्टमार्टम। पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल ले जाएगी। नायब तहसीलदार रमा कलवा ने आकांक्षा की बॉडी का पंचनामा बनाया। बॉडी सीमेंट में चिपक गई थी। जिससे वह ममी की तरह प्रतीक हो रही थी। पोस्टमार्टम के दौरान आकांक्षा का भाई सत्यम भी मौजूद रहा।पोस्टमार्टम के दौरान स्थानीय गोविंदपुरा पुलिस के अलावा पश्चिम बंगाल की पुलिस भी मौजूद रही।उदयन के मुताबिक, घटनावाले दिन आकांक्षा किसी दूसरे लड़के के साथ मोबाइल पर चैट कर रही थी। गुस्से में आकर उसे मोबाइल छीन लिया और चैट पढ़ ली।इसके बाद दोनों के बीच काफी विवाद हुआ। उदयन ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी और लाश 2x3 साइज के बॉक्स में रख दी।
हमीदिया में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिको लीगल के हेड डॉ. अशोक शर्मा की निगरानी में पोस्टमार्टम। पुलिस आरोपी को कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल ले जाएगी। नायब तहसीलदार रमा कलवा ने आकांक्षा की बॉडी का पंचनामा बनाया। बॉडी सीमेंट में चिपक गई थी। जिससे वह ममी की तरह प्रतीक हो रही थी। पोस्टमार्टम के दौरान आकांक्षा का भाई सत्यम भी मौजूद रहा।पोस्टमार्टम के दौरान स्थानीय गोविंदपुरा पुलिस के अलावा पश्चिम बंगाल की पुलिस भी मौजूद रही।उदयन के मुताबिक, घटनावाले दिन आकांक्षा किसी दूसरे लड़के के साथ मोबाइल पर चैट कर रही थी। गुस्से में आकर उसे मोबाइल छीन लिया और चैट पढ़ ली।इसके बाद दोनों के बीच काफी विवाद हुआ। उदयन ने उसका गला दबाकर हत्या कर दी और लाश 2x3 साइज के बॉक्स में रख दी।
दो दिन लाश पड़ी रही। जब बदबू आने लगी, तब उसने उसे दफनाया। उदयन ने शुक्रवार को पुलिस को बताया कि, वो आकांक्षा से बेहद प्यार करता था। उसके लिए कुछ भी करने को तैयार था। आकांक्षा की बेवफाई ने उसे तोड़ दिया और दिल में आग सुलगा दी। 15 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर उदयन को बंगाल पुलिस को सौंपा।
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