भोपाल/होशंगाबाद। होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा कस्बे से करीब 22 किमी दूर स्थित गांव चौतलाय में शनिवार को दुर्लभ जंतु पैंगोलिन दिखाई देने के बाद भगदड़ की स्थिति बन गई। दरअसल, इससे पहले ज्यादातर लोगों ने यह जीव नहीं देखा था। हालांकि, बाद में जब वन विभाग का अमला वहां पहुंचा, तब लोग पैंगोलिन को घेरकर बैठ गए।
जंगल में छोड़ दिया गया...
वन परिक्षेत्र बानापुरा रेंजर सुकृति ओसवाल के मुताबिक, शनिवार सुबह गांववालों ने किसी अजीब से जानवर के होने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने वहां पैंगोलिन को पाया। उसे वहां से लाकर सिवनी मालवा से करीब 40 किमी दूर स्थित बेंत के जंगल में छोड़ दिया गया। इससे पहले बालाघाट और ग्वालियर से पैंगोलिन के तस्करों को हिरासत में लिया गया था।
बेहद शर्मीली प्रवृति का जीव पैंगोलिन दीमक अथवा चीटियों को खाता है। इसकी चमड़ी की बनावट टाइल्स के छोटे सेल की मानिंद होती है। यह जीव खतरे की आशंका को भांपते हुए खुद को कुंडली मार कर छिपा लेता है। भारत में यह प्रजाति संरक्षित है क्योंकि उसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की अनुसूची प्रथम में रखा गया है। नेपाल में भी इस प्रजाति का शिकार प्रतिबंधित है। यह बंगलादेश, चीन, भारत, म्यांमार, नेपाल, ताईवान, थाइलैंड और वियतनाम में राष्ट्रीय और उपराष्ट्रीय कानूनों से संरक्षित है। पैंगोलिन की अधिकतर आबादी खतरे में है।
पैंगोलिन से सेक्सुअल पावर बढ़ाने की दवाइयां बनती हैं। चीन इसका मुख्य केन्द्र है। चीन से म्यांमार, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर और पाकिस्तान में पैंगोलिन से बनी दवाइयां भेजी जाती हैं। एक पैंगोलिन के अंगों की इंटरनेशनल बाजार में 2 लाख रुपए से ज्यादा कीमत होती है। भारतीय शिकारी एक पैंगोलिन के अंगों को 20 हजार रुपए में बेचते हैं। इसके शरीर पर सख्त शल्क होते हैं। इसके अंगों से नपुंसकता दूर करने वाली दवाएं बनाई जाती हैं। इसी उपयोगिता के कारण बीहड़ों में मिलने वाले पैंगोलिन का बड़े पैमाने पर शिकार किया जा रहा है।
इंटरपोल को भी है तलाश
शिकारियों के संबंध इंटरनेशनल तस्करों से हैं,इसलिए जांच में इंटरपोल भी सक्रिय हुआ है। एक साल में पैंगोलिन के शिकार करने के 70 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। पैंगोलिन के शरीर के अंगों का कारोबार स्थानीय शिकारियों के माध्यम से किया जा रहा है। ये लोग बीहड़ों में पैंगोलिन के अंगों को अलग करके कोलकाता के रास्ते से चीन,थाईलैंड जैसे देशों में भिजवाते हैं।
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