
गर्भनिरोधक गोलियां, आई-पिल, कंडोम, कॉपर टी. गर्भनिरोध के कई तरीके हैं पर साथ ही इनसे जुड़े मिथक भी बहुत हैं। कहीं आपको भी ये गलतफहमियां तो नहीं..
कंडोम के इस्तेमाल से मिलता है कम आनंद

कंडोम में लेटेक्स की बेहद पतली परत का इस्तेमाल किया जाता है और ल्यूब्रिकैंट का भी, जिससे पुरुष या महिला के आनंद में कोई कमी नहीं आती।
लंबे समय तक गर्भनिरोधक गोलियों से गर्भधारण में होती है दिक्कत

नहीं। आप जब गर्भ धारण करना चाहें, गोलियों का सेवन बंद कर सकती हैं, कोई समस्या नहीं होगी।
दो कंडोम से मिलती है ज्यादा सुरक्षा

गर्भ धारण को रोकने के लिए एक ही कंडोम काफी है। दो के इस्तेमाल से वे फट सकते हैं और फायदे की जगह नुकसान हो सकता है।
स्तनपान के दौरान गर्भनिरोधक गोलियों की जरूरत नहीं पड़ती

प्रसव के बाद जितना जल्दी हो सके गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन शुरू किया जा सकता है ।स्तनपान गर्भ निरोधन का काम नहीं करता।
पीरियड्स की समस्याओं के लिए नहीं लेनी चाहिए गर्भनिरोधक गोली

डॉक्टर अक्सर पीरियड्स के अनियमित होने पर गर्भनिरोधक गोली लेने की सलाह देते हैं। इनसे पीरियड्स को नियमित करने में मदद मिलती है।
कंडोम का इस्तेमाल केवल पुरुष कर सकते हैं

बाजार में फीमेल कंडोम भी उपलब्ध हैं, जिन्हें महिलाएं इस्तेमाल कर सकती हैं। ये भी पुरुषों वाले कंडोम की ही तरह लेटेक्स से बने होते हैं।
आई-पिल से होता है गर्भपात

आई-पिल या इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल का काम गर्भधारण को रोकना है। अगर आप गर्भवती हैं, तो इसका आप पर कोई असर नहीं होगा।
गर्भनिरोधक गोलियों से बढ़ता है वजन

किसी जमाने में यह बात सच थी लेकिन आज की गर्भनिरोधक गोलियां वजन पर कोई असर नहीं करती हैं।
Like Our Facebook Fan Page
Subscribe For Free Email Updates
0 comments: