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ऐसी खबर जो शायद आप ने कभी भी नहीं पढ़ी होगी जानवरो की कामसूत्रा Life से जुड़े इंटरेस्टिंग फैक्ट्स...

नई दिल्ली। आज हम आप को ऐसी खबर बता रहे है जो शायद आप ने कभी भी नहीं पढ़ी होगी आप को बता दे की जानवरों और इंसानो की कामसुत्र लाइफ में काफी कुछ समानता है। वैसे तो जिस तरह इंसानों में समलैंगिकता, ग्रूप में सम्बन्ध बनाना , हस्तमैथुन, आम बात है उसी तरह पशु-पक्षियों में भी ये सभी चीज़ें आम है और मनुष्यों से बढ़कर है। आज इस लेख में हम जानवरों की कामसुत्र लाइफ से जुड़े कुछ ऐसे ही इंटरेस्टिंग फैक्ट्स के बारे में जानेंगे।

1. समलैंगिकता
वैसे तोमनुष्यों की तरह जानवरों में भी समलैंगिकता पाई जाती है। करीब 450 पशु-पक्षियों की प्रजातियों में समलैंगिकता पाई गई है। विकीपीडिया में इन पशु-पक्षियों की प्रजातियों की सूची भी दी गई है। इस संदर्भ में उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 के अंत में ओस्लो विश्वविद्यालय में एक प्रदर्शनी लगाई गई थी, जिसमें ऐसे पशु-पक्षियों को प्रदर्शि‍‍त‍ किया गया था। समुद्री पक्षियों में यह प्रवृत्ति इस हद तक होती है कि ये मादा पक्षी न केवल साथ साथ रहते हैं वरन एक ही घोसलों में रहते हैं और एक साथ ही चूजों को जन्म भी देते हैं।



बहुत कम पशु-पक्षी केवल एक साथी के साथ संबध रखने वालों की श्रेणी में आते हैं। लेकिन ऐसा वो मजबूरी में ही करते हैं।

2. सामूहिक सम्भोग
एक बात और बता दे आप को यदि बात सामूहिक सम्भोग की हो तो जानवर, इंसानो से कई कदम आगे है। और संसार की सबसे बड़ी सम्भोगओरजी का खिताब रेड साइडेड गार्टर स्नेक को जाता है। कनाडा के मनिटोबा प्रान्त मे हर साल 30000 गार्टर स्नेक, शीत निद्रा के बाद, मैटिंग (सम्भोग) के लिए इकठ्ठा होते है।वैसे  इस समय एक एक मादा के साथ सैकड़ों सांप एक साथ सम्भोग करते है।

और तो और टोड्‍स जिस तरह सेयौन संसर्ग करते हैं उसे एम्प्लेक्सस कहा जाता है। और इस स्थिति में नर मेंढक मादा के शरीर पर पीछे से चढ़ जाता है और उसके अंडों का बाहर से ही गर्भाधान करता है। अगर प्रतियोगिता ज्यादा बढ़ जाती है तो कई मेंढक एक ही मादा के शरीर पर चढ़ जाते हैं और इसका परिणाम यह भी होता है कि मादा कभी-कभी पानी में डूब जाती है। और पर अगर मादा मेंढक बची रहती है तो वह एक साथ कई मेंढकों के बच्चे पैदा करती है।


सामाजिक विस्तार के लिए अगर एक साथ कई नर-मादाओं का मेल जरूरी होता है तो बोनबो प्रजाति के बंदरों में यह आम तौर पर पाई जाती है। चूँकि यह समाज मादा प्रधान होता है इसलिए मादाएँ बिना किसी हिंसा के अधिक से अधिक नरों के साथ संबंध बना सकती हैं।

3. हस्तमैथुन
आदमियों के बारे में कहा जाता है कि 99 फीसदी लोग हस्तमैथुन करते हैं और बाकी बचे एक फीसदी लोग इस बारे में झूठ बोलते हैं। पर बंदर इस मामले में काफी कुख्यात होते हैं। बहुत सारे जानवर अपने जननांग को चाटने का काम करते हैं। हालाँकि यह हमेशा ही सम्भोग संबंधी कारणों से नहीं होता है, लेकिन कंगारुओं को ऐसा करते आसानी से देखा जा सकता है। इसी तरह की प्रवृति घोड़ों में भी देखी जाती है और इनके पालक इस पर रोक लगाने की कोशिश करते हैं जो कि घोड़ों के वीर्य पर बुरा असर डालती है।

5. यौनसंबंधों के लिए होती है लड़ाई
आप को बता दे की यौनसंबंध बनाने के लिए नर पशु अपने प्रतिद्वंद्वियों से लड़ने को भी तैयार रहते हैं। इसके लिए वे हर हथियार का इस्तेमाल करते हैं जिसमें सींग भी शामिल होते हैं। इस लड़ाई में नर पशु की जान भी कई बार चली जाती है।
वैसे तो संभोग के बाद कुछ जानवर ये सुनिश्चित करते हैं कि उस मादा के साथ संबंध बनाने वाले वे अकेले नर हों। जैसे हेजहॉग स्पर्म मादा के वजाइना के इर्द-गिर्द एक कुदरती घेरा बना लेता है। इस वजह से अन्य नर पशु उस मादा तक नहीं पहुंच सकते हैं।



6. जबरदस्ती सम्भोग करना  (Rape) 
आप को बता दे की जबरदस्ती इंसान ही नहीं कर सकते। ब्लैकटिप रीफ़ नर शार्क सम्भोग के लिए मादा को मनाने की कोशिश ही नहीं करते। और वो तो उस पर हमला कर एक तरह से जबरन सम्भोग कर लेते हैं। वैसे तो स्टैनफोर्ड के जीव विज्ञानी डगलस जे मैक्कौले बताते हैं कि सेक्स के लिए ये शार्क अपने ख़तरनाक दांतों को ही हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। और तो और कई मेल शार्क मादा का पीछा करते हैं। दल का मुखिया उसकी पूंछ पर काट लेता है। काटे जाने से मादा शार्क की रफ़्तार कम हो जाती है तो वही नर शार्क उसके पर को सीने के पास से पकड़ कर उसे रेतीली सतह पर खींच ले जाता है, जहां वह उसके साथ संभोग करता है।


10. रेड फॉक्स (Red Fox)
यौनप्रक्रिया के दौरान रेड फॉक्स मादा की माँस पेशियाँ सिकुड़ जाती हैं और पेनिस एक घंटे तक हिल नहीं सकता. इस तरह दोनों एक साथ रहते हैं।



11. खरगोश (Rabbit) 
खरगोशों में यौनसंबंध की प्रक्रिया एक मिनट से भी कम में खत्म हो जाती है।


12. नर की होती है जिम्मेदारी 
जानवरों में मादा को संभोग के लिए आकर्षित करने का काम नर का होता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसलिए नर पशुओं या पक्षियों का शरीर काफी रंगदार होता है।
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