
मशहूर इस्लामिक विद्वान और लेखक तारिक फतह ने कहा की अगर आज के दौर में वो भारत के अल्पसंख्यक मंत्री हो, तो सबसे पहले सरकार से मंत्रालय ही ख़त्म करने की मांग करेंगे, हज सब्सिडी और तमाम ऐसी सुविधाएं बंद कर देंगे, जो धर्म के आधार पर दी जा रही है
क्योंकि भारत तो एक सेक्युलर देश है
तारिक फतह ने कहा की, कहने को भारत को सेक्युलर देश कहा जाता है पर यहाँ धर्म के आधार पर अल्पसंख्यक मंत्रालय बना हुआ है, धर्म के आधार पर हज सब्सिडी जैसी सब्सिडियां चलाई जाती है
धर्म के आधार पर स्कोलरशिप दिए जाते है
ये किस तरह का सेक्युलर देश है, ये तो दोहरापन है
अगर असल में भारत सेक्युलर देश है तो सबसे पहले तो अल्पसंख्यक मंत्रालय को ख़त्म करना चाहिए, क्योंकि वो तो शुद्ध रूप से धर्म के आधार पर बना है
हां भारत को छद्मसेक्युलर देश कहा जा सकता है, खुद को सेक्युलर कहो पर धर्म के आधार पर किसी एक वर्ग का तुष्टिकरण करो
आपको बता दें की 1947 से पहले भारत एक बड़ा देश था, 1947 में मुसलमानो ने भारत के 3 टुकड़े कर दिए
और इस काम में गाँधी-नेहरू और इनके गुर्गों ने भी खूब साथ दिया
2 मुस्लिम राष्ट्र आज बने हुए है, पर भारत सेक्युलर राष्ट्र बना, और सेक्युलर राष्ट्र भी ऐसा की धर्म के आधार पर
तुष्टिकरण ही सेकुलरिज्म कहा जाने लगा, और इसी दोहरेपन की आलोचना तारिक फतह जैसे
बुद्धिजीवी भी करते है
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