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ब्रेकिंग : सरकार के इस फैसले के खिलाफ उतरे JNU के वामपंथी, फैसले से हर तरफ फ़ैल गयी खलबली


हॉस्टलों के बाहर CCTV नहीं लगने देना चाहता JNUSU छात्रसंघ !

JNU वो शिक्षण संस्थान है जहाँ देशभक्तों से ज्यादा देशद्रोही पल रहे हैं.वामपंथियों का असली अड्डा JNU है,हिन्दू धर्म के खिलाफ सबसे अधिक साजिशें  JNU के अंदर रची जाती हैं । 60 सालों से कांग्रेस सत्ता में थी इसलिए इनका पर्दाफाश नहीं हो सका लेकिन जैसे ही मोदी सरकार बनी इन सबका असली रंग रूप देश के सामने आ गया.

कश्मीर की आज़ादी के नारे लगाने वाले ये वामपंथी देश के टुकड़े करने की बातें करते हैं भारतीय सेना के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हैं तो कांग्रेस के नेता और केजरीवाल जैसे लोग इनका समर्थन करते हैं.मोदी सरकार ने लेकिन अपनी राष्ट्रवादी विचारधारा को और मजबूत करते हुए अब इन छात्रों पर नकेल कसने की तैयारी कर ली है.JNU प्रशासन को यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टलो के बाहर सीसीटीवी लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गयी है जिसका विरोध अफजल प्रेमी गैंग खुलके कर रही है.

ये विरोध यूँ ही नहीं किया जा रहा इसके पीछे सबसे बड़ी बजह है इनकी देशविरोधी सोच जो अब कैमरा लगने के बाद कम हो जाएगी.जो देशविरोधी नारे ये लगाते थे अब नहीं लगा पाएंगे.जो अश्लीलता JNU में होती थी वो नहीं हो पायेगी.

जेएनयू में सोमवार से हॉस्टलों के बाहर सीसीटीवी लग रहे हैं। जेएनयूएसयू छात्र संघ कैंपस में निगरानी का विरोध करता आया है। हालांकि, डीन ऑफ स्टूडेंट्स का स्टूडेंट्स यूनियन के ऐतराज पर कहा कि वे इस बारे में प्रशासन को लिखित में बताएं और सीसीटीवी लगाने के प्रोसेस में कोई दखल न दें। इस पर जेएनयूएसयू छात्र संघ ने वाइस चांसलर को चिट्ठी लिखी है। उनका कहना है कि छात्र पूरे कैंपस को निगरानी पर रखने की जरूरत नहीं समझते हैं, इसलिए सीसीटीवी लगाने का काम रोका जाए।
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