शराबबंदी को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे से खफा हैं. नीतीश ने राजस्थान सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा- राजस्थान सरकार नहीं चाहती है कि वहां शराब की बिक्री में गिरावट आए. यही वजह है कि राज्य सरकार ने हेरफेर कर कई स्थानों को राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग की सूची से बाहर कर दिया है.
बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजमार्ग और राज्य राजमार्ग के दोनों तरफ 500 मीटर की दूरी तक सभी शराब की दुकानों को बंद करने का निर्देश जारी किया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर खुशी जाहिर की और स्वागत किया. मगर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद राजस्थान सरकार ने नया रास्ता तलाश लिया. सरकार ने कई जगहों को नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे की सूची से बाहर कर दिया. ताकि वहां आसानी से शराब की बिक्री की जा सके. राजस्थान सरकार के इस फैसले को लेकर नीतीश कुमार ने नाराजगी जताई. नीतीश ने राजस्थान सरकार के इस फैसले की आलोचना की. उन्होंने राजे सरकार पर आरोप लगाया कि शराब की बिक्री में गिरावट न आने के चलते सरकार ने ये फैसला किया.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी लागू करने के बाद देश के कई राज्यों का भ्रमण करते हुए वहां भी शराबबंदी लागू करने की मुहिम चलाई सोमवार को नीतीश कुमार ने यह भी ऐलान किया कि बिहार में अब वह जल्दी दहेज प्रथा और बाल विवाह के मुद्दे पर व्यापक जन जागरण कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे. दहेज प्रथा और बाल विवाह को समाज के लिए अभिशाप मानते हुए नीतीश ने कहा कि जिस तरीके से देश में दहेज को लेकर महिलाओं का उत्पीड़न या फिर उनको मार दिया जाता है, यह चिंता का विषय है.
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