# हिन्दुओं के कई अनोखे त्योहारों में से एक है नाग पंचमी| हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन नाग पंचमी का उत्सव मनाया जाता है ! यह त्यौहार अक्सर हरियाली तीज के दो दिन बाद होता है ! ग्रामीण क्षेत्रों में यह हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण त्योहार है !
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इसलिए मनाई जाती है नाग पंचमी -
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# भारत में नदी, पत्थर, पहाड़, पेड़-पौधों, ग्रह-नक्षत्रों से लेकर तरह-तरह के जीव-जंतुओं को उनके विशेष गुणों के कारण पूजने की परंपरा रही है ! सांप वैसे तो विषैला जीव है लेकिन अकारण किसी को डसता नहीं है ! भारत में नागों को पूजने के पीछे तर्क संगत कारण ये है कि सांप ऐसे जीव-जंतु, कीड़े-मकोड़े, और चूहों को नष्ट कर देते हैं जो फसल को नुकसान पहुंचाते हैं !
#सांप खेतों की रक्षा करते हैं और भारत में हमेशा से कृषि जीविका का मुख्य साधन रही है ! कृषिप्रधान देश होने के कारण खेतों की रक्षा करनेवाले सांप पूज्य माने गए हैं ! इसके अलावा कई प्राचीन काल से जुड़ी कथाएं भी हैं जो नागों और नागपंचमी के महत्त्व को बताती हैं ! ऐसी मान्यता भी है कि नागपंचमी के दिन नागों की पूजा करने पर आध्यात्मिक शक्ति और धन की प्राप्ति होती है !
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# लेकिन यह बेहद जरूरी होता है कि नागपंचमी के दिन पूजा सही तरीके से ही की जाए नागपंचमी की पूजा सुबह-सुबह की जाती है और पूजा से पहले यह जरूरी है कि व्यक्ति नित्यकर्म निपटा कर, अच्छी तरह स्नान करके स्वच्छ कपड़े धारण कर ले !
# पूजा के लिए ताजा-ताजा सेवई या चावल की खीर बनाई जाती है ! दीवाल पर गेरू पोतकर पूजा के लिए जगह बनायीं जाती है ! कच्चे दूध में कोयला घिसकर उस कोयले से सर्पों की आकृति बनायीं जाती है !
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# अगर किसी सपेरे के पास या आसपास कहीं भी सांप हों तो सबसे पहले साँपों की बांबी में एक कटोरा दूध नागों को अर्पित किया जाता है ! इसके बाद दीवाल पर बनाये हुए नागों को दही, दूर्वा, गंध, अक्षत, कुशा, फूल, जल, रोली, चावल इत्यादि अर्पित करके और पूजन करके सेवई/खीर और अन्य मिष्ठान का भोग लगाया जाता है !
# इसके बाद कथा और आरती संपन्न करते हैं| इस दिन कई लोग व्रत भी रखते हैं ! कई क्षेत्रों में नागपंचमी के दिन पिछले दिन का बनाया हुआ बासी भोजन ग्रहण करने की भी प्रथा है !
2017 में कब है नाग पंचमी -
# इस वर्ष नाग पंचमी 27 जुलाई को है ! पूजा का मुहूर्त सुबह 7 बजे से 8:25 तक है, मतलब इस 1 घंटे 24 मिनट की अवधि में ही पूजा करना उत्तम माना गया है ! पंचमी तिथि की शुरुआत 27 जुलाई की सुबह 7 बजे से हो रही है और पंचमी का अंत 28 जुलाई को सुबह 6:38 पर होगा !
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