
नागेश्वर महादेव मंदिर: भारत एक बहुत पुरानी सभ्यता और संस्कृति वाला देश है, जो विविधता से भरा हुआ है। इस देश में कई धर्मों के लोग साथ मिलकर बड़े प्यार से रहते हैं। यहाँ पर ऐसी- ऐसी चीजें और रहस्य छुपे हुए हैं, जिनको आजतक कोई सुलझा नहीं पाया है। यहाँ की विविधता भरी संस्कृति, भौगोलिक स्थिति, जलवायु को देखने के लिए पूरी दुनियाँ से लोग आते रहते हैं। भारत में सबसे ज्यादा पर्यटक यहाँ के मदिरों को देखने के लिए आते हैं। यहाँ के कई ऐसे मंदिर हैं जो आश्चर्यों और रहस्यों से भरे हुए हैं। भारत में करोड़ों देवी- देवता हैं और उनके करोड़ों छोटे- बड़े मंदिर हैं।

यहाँ हर जगह के मदिरों की अपनी एक अलग ख़ासियत है। विदेशी पर्यटक इनकी बनावट, विशेषता, इतिहास और इसके महत्व को जानने के लिए बार- बार आते हैं। भारत की संस्कृति बहुत पुरानी है, इसलिए यहाँ कई मंदिर हजारों सालों से भी पुराने है। कई मंदिरों का अपना रहस्य भी है जिसे आजतक कोई सुलझा नहीं सका है।
आज हम एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो रहस्यों से भर हुआ है। यह मंदिर कभी दिखता है और कभी गायब हो जाता है। आप इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं कि यह किस वजह से होता है।
नागेश्वर महादेव मंदिर समुन्द्र के बीच में बना हुआ है
भारत में एक ऐसा मंदिर है जो समय- समय पर ही दिखता है, यह और मंदिरों की तरह पुरे समय नहीं दिखता है। दरअसल यह मंदिर समुन्द्र के बीच में बना हुआ है। इस वजह से जब पानी कम होता है तभी यह दिखता है और जब पानी बढ़ जाता है तो यह मंदिर पानी में डूब जाता है। यह मंदिर भगवन शिव का है नागेश्वर महादेव मंदिर , जो अरब सागर के ठीक सामने और बड़ोदरा से 40 मील दूर स्थित है। इस मंदिर की सबसे ख़ास बात यह है कि यहाँ पर लोग तभी जाते हैं जब समुन्द्र में ज्वार कम होता है, इसी दौरान मंदिर का शिवलिंग दिखाई देता है।
अगर आप भी इस अजूबे से भरे मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो जल्दी ही अपनी योजना बना लीजिये और निकल जाइये गुजरात के भ्रमण पर। कभी ना कभी तो समुन्द्र में पानी कम होगा ही, उस दौरान आप इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन कर के अपनी इच्छानुसार फल पा सकते हैं।
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