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मोदी के लिए बड़ी जीत : कनाडा खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कार्यवाई करेगा !!

भारत में बढ़ रहे खालिस्तान संबंधी उग्रवाद को देखते हुए उत्तर अमेरिकी देश की सरकार ने पुष्टि की है अगर उनकी धरती पर किस भी कार्यकर्ता के द्वारा कोई भी कानून तोडा गया तो उसके खिलाफ तुरंत एक्शन लिया जाएगा. कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल के कहा कि अगर कनाडा में कोई भी चिंता का विषय नजर आया तो उसकी कार्यवाई की जायेगी.

नादिर पटेल जो की भारत में कनाडा के उच्चायुक्त है उन्होंने आश्वाशन दिया है कि अगर उन्हें किसी भी समय पता चलता है कि कानून तोड़ा जा रहा है, या चरमपंथी गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है जिससे लोगों की सुरक्षा पर गहरा असर पड़ सकता है तो वो तुरंत कदम उठाएंगे और कार्यवाई करेंगे.
पटेल ने कहा कि हम भारत की एनएसजी की सदस्यता के मजबूत समर्थक है. हम यह बात पहले ही कई मीटिंग में स्पष्ट कर चुकें है. हमे लगता है की भारत की भागीदारी से एनएसजी को लाभ हो सकता है. पटेल ने भारत की सराहना करते हुए कहा कि सदस्यता के लिए भारत का प्रोटोकॉल जबरदस्त था. 2021-2022 के कार्यकाल के लिए दो पक्षों के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट के लिए अधिक से अधिक सहयोग की गुंजाइश की जा सकती है.
हम भारत का समर्थन मांग रहे है. भारत ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है. भारत ने स्थायी सीट के लिए समर्थन की मांग की है. पटेल ने कहा कनाडा ने एक अस्थायी सीट के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया है. पटेल ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की भी तारीफ़ की. अक्टूबर में वित्त मंत्री अरुण जेटली टोरंटो के दौरे पर आये थे तब दोनों देशों के बीच औपचारिक बातचीत हुई थी. पटेल ने कहा की नरेन्द्र मोदी सरकार ने आर्थिक सुधार के लिए जो रास्ता अपनाया है वो पहले किसी ने नहीं अपनाया. जनवरी तक दोनों देशों के बीच एक ओर सौदा होने वाला है वो है विदेशी निवेश संवर्धन एवं संरक्षण करार (FIPA).
पिछले 18 महीनों में भारत ने कनाडा में 13 अरब डॉलर के निवेश की वृधि की है. निवेश में इतनी वृधि से पता चलता है कि मोदी सरकार को कनाडा के बजारों पर विश्वास है. लेकिन पटेल ने कहा कि FIPA ज्यादा महत्वपूर्ण है. कनाडा भारतीय पेशेवर को आकर्षित कर उन्हें काफी फ़ायदा दिला सकता है. पटेल ने कहा की दोनों देशों के सम्बन्ध बहुत अच्छे होते जा रहे है. हालाँकि  कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रडो सरकार का ध्यान पहले अमेरिका, मैक्सिको और चीन  पर है. पटेल ने कहा कि भारत में नोटबंदी ने कनाडाई कंपनियों के लिए रास्ते खोल दिए है. फिनटेक जैसे क्षेत्र में कनाडा एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. हम रास्ते खोज रहे है कैसे नोटबंदी में हम अपना योगदान दे सकते है. कैसे हम नोटबंदी का समर्थन कर सकते है?
पटेल ने कहा कि डिजिटल भुगतान फर्म पेटीएम भारत के बहार मिसिसॉगा में है जो कि टोरंटो का उपनगर है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक नए युग की शुरुआत है और परस्पर विश्वास का यह नया स्तर है.
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