
नई दिल्ली। साउथ अमेरिका के इक्वाडोर के घने जंगलों में रहना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। हुऔरनि ट्राइब के लोग इन जंगलों में सिर्फ अपनी रफ्तार के कारण सरवाइव कर पाते हैं। ब्रिटिश फोटोग्राफर पेटै ऑक्सफोर्ड ने वहां जाकर इन लोगों की लाइफ को काफी नजदीक से देखा है।
जमीन से करते हैं आसमान में शिकार...
हुऔरनि ट्राइब के लोगों के पास घने जंगलों में खाने-पीने के काफी कम संसाधन होते हैं। ऐसे में उन्हें शिकार के हर एक मौके पर ध्यान रखना पड़ता है। इस ट्राइब के लोग जमीन पर खड़े होकर लंबी पाइप्स के सहारे शिकार पर अटैक करते हैं, जिससे आसमान में उड़ते पक्षियों का शिकार करना पॉसिबल हो जाता है। इन्हें बंदरों का शिकारी भी कहा जाता है। इसके अलावा ये काफी फुर्तीले और पेड़ पर चढ़ने में माहिर होते हैं। शिकार की वजह से लगातार पेड़ पर चढ़ने के कारण इस ट्राइब के लोगों के पैर काफी विकृत हो गए हैं। इनमें ज्यादातर लोगों के पैरों में 6 अंगूठे होते हैं। इतनी मुसीबतों के बावजूद इस ट्राइब के लोग इन जंगलों में गुजारा कर रहे हैं। फिर भी इनके लिए लाइफ के चैलेंजेस कम नहीं होते।
दुनिया में मात्र 4 हजार हुऔरनि हैं मौजूद
हुऔरनि ट्राइब में अब मात्र 4 हजार लोग ही बाकी हैं। ये लोग जंगलों में झुंड बना कर रहते हैं। सबसे मजेदार बात तो ये है कि इस ट्राइब का हर इंसान एक-दूसरे को जानता है। लेकिन अब इनके रहने की जगह पर बाहरी लोगों का अतिक्रमण शुरू हो गया है। दरअसल, यहां मौजूद तेल भंडार के कारण कई लोगों की इस जगह में दिलचस्पी बढ़ गई है।
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