नई दिल्ली। जब तकनीकि का विकास नहीं हुआ था तब लोगों के पास मनोरंजन के साधन सीमित थे. उस दौर में लोग किस्से-कहानियों, लोकगीतों से मनोरंजन करते थे. इसी क्रम में पौराणिक कहानियां भी आती हैं. हमारे पास जो पौराणिक और परम्पराओं से चली आ रही लोक कथाएं उनके पीछे यही कारण है.
दक्षिण भारत में ऐसी लोक कथाओं का खूब प्रचलन है, उनमें से एक है यक्षी की कथा. यक्षी जो कि एक खूबसूरत बाला है और बेहद खूबसूरती से कत्ल करती है. कथानक के अनुसार दरअसल वो एक डायन है जो अपनी जरूरत पूरी होते ही शिकार का क़त्ल कर देती है. लेकिन उसकी जरूरत भी उनकी ही तरह अजीब है..
क्या है यक्षी की कहानी-
केरल की मान्यताओं के अनुसार केरल के जंगलों में यक्षी रहती है जो अक्सर राहगीरों को अपना शिकार बनाती है. वो इतनी खूबसूरत होती है कि उसे देखने वाला उसका पीछा किये बिना नहीं रह पाता है. यक्षी जितनी खूबसूरत होती है उतनी ही खतरनाक भी होती है. यक्षी के पास हमेशा चमेली का फूल होता है, इसलिये इस फूल की महक से ही पता चल जाता है कि यक्षी आसपास हो सकती है.
यक्षी अपनी शारीरिक इच्छाओं के लिये राहगीरों को अपने काम पाश में फंसाती है और उनके साथ सम्भोग करती है. सम्भोग की क्रिया पूरी होने के बाद ये खूबसूरत बला शिकार को मार देती है. और फिर अपने शिकार को निगल जाति है, इतना ही नहीं शिकार के बालों और नाखूनों को ताड के पेड़ के पास रख देती है.
माना जाता है कि यक्षी का वास्तविक स्वरूप बेहद डरावना और खतरनाक होता है, लेकिन वो अपनी शारीरिक जरूरत और इच्छा पूरी करने के लिये खूबसूरत महिला का रूप धारण करती है. और किसी को भी शिकार बनाने के लिये सबसे पहले वो उससे नीम्बू और सुपारी की मांग करती है, इसतरह से वो शिकार के मस्तिष्क को अपने नियंत्रण में लेती है. और फिर वो शिकार करती है.
कथानकों के अनुसार अविवाहित स्त्रियाँ मरने के बाद यक्षी बनती हैं. इनकी शारीरिक इच्छा बची रहती है इसीलिए ये शिकार से पहले सम्भोग करती हैं उसके बाद उसकी हत्या करती हैं. ये अविविवाहित महिलाएं खासतौर से अकाल मृत्यु के कारण यक्षी का रूप धारण करती हैं.
यक्षी किसी चीज से नहीं डरती लेकिन इसे डराने या इसपर नियंत्रण करने का एक उपाय है, यक्षी को लोहे की छड़ से बहुत डर लगता है और इसलिये वो इससे दूर भागती हैं माना जाता है कि कोई तांत्रिक या ओझा यक्षी पर नियंत्रण नहीं कर सकता लेकिन एक लोहे की छड़ से यक्षी को नियंत्रित किया जा सकता है.
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