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देखिये यहा सुअरों की बलि देने की परंपरा भी बहुत क्रूर है.....

नई दिल्ली। चीन और ताइवान में इस समय लूनर न्यू ईयर का सेलिब्रेशन चल रहा है। ताइवान में इस मौके पर हर साल मोटे सुअरों की बलि दी जाती है। सुअरों की बलि देने की परंपरा भी बहुत क्रूर है।


हजारों लोगों के बीच तड़पा-तड़पा कर दी जाती है मौत...
सुअरों की बलि चढ़ाने का भी तरीका क्रूरता से भरा है। पहले इनके चारों पैर रस्सियों से चार कोनों में बांध दिए जाते हैं। इसके बाद एक व्यक्ति चाकू से उसका आधा गला काट देता है। सुअरों को कत्ल करने के एक क्रूर तरीके में उसका पेट चीरना भी शामिल है पेट चीरने के बाद उसकी सफाई की जाती है। इस दौरान कुछ देर तक सुअर जिंदा रहता है। कत्ल के बाद गर्म पानी से सुअर की पूरी खाल उतार दी जाती है। इतना ही नहीं, उसे मोटा दिखाने के लिए शरीर में पानी भी भर दिया जाता है।

सुअरों की लाश को सजाकर निकालते हैं परेड
मोटे व भारी-भरकम सूअरों की मारने की परंपरा सैकड़ों सालों से चली आ रही है। खासतौर पर इसी त्योहार के लिए कई लोग बकायदा सूअरों को पालते हैं। उन्हें मोटा व भारी-भरकम बनाने के लिए अच्छे खान-पान का भी ध्यान रखते हैं। बलि चढ़ाने के बाद सुअरों की लाशों को सजाकर उनकी परेड भी निकाली जाती है। 
जिस मालिक का सुअर ज्यादा भारी-भरकम होता है, आमतौर पर वह ही विनर रहता है। हालांकि, परेड के दौरान सुअर की लाश की आकर्षक सजावट भी मालिक को विनर बना सकती है। विनर को गिफ्ट में सोने के सिक्के दिए जाते हैं। ये सिक्के संबंधित इलाके के मंदिर के पुजारी द्वारा दिए जाते हैं। सुअरों की बलि दिए जाने के पीछे मान्यता है कि ऐसा करने से नए साल में उनके यहां खुशी और समृद्धि आती है।

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