नई दिल्ली। कुत्ते और कौवे जहां-तहां शवों के टुकड़े नोंच-नोंचकर खाते दिख जाते हैं, इतना ही नहीं शवों के टुकड़े भी बिखरे पड़े मिल जाते हैं। ये कहानी है मुजफ्फरपुर के SKMCH की, जहां लावारिस शवों का सही तरीके से दाह-संस्कार नहीं होने से ये कुत्ते और कौवों का निवाला बन रहे हैं मिली जानकारी के मुताबिक एसकेएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में आने वाले लावारिस शवों का सही तरीके से दाह संस्कार नहीं होने से कुत्ते-कौए इन शवों को नोंचकर जहां-तहां ले जाकर खाते हैं। अस्पताल परिसर के एक कोने पर बने श्मशान में सही तरीके से दाह-संस्कार नहीं होने के कारण नर कंकाल का कुछ हिस्सा बिखरा हुआ देखा जा सकता है।
छ शवों में कीड़े रेंग रहे हैं
फिर बानगी एेसी कि गुरुवार को पोस्टमार्टम हाउस का डीप फ्रीजर खराब हो गया जिसके कारण रखे गए शवों से दुर्गंध आने लगा। इतना ही नहीं कुछ शवों में कीड़े रेंग रहे हैं और शवों की सड़ी-गली हालत से आस-पास रहना बी मुश्किल है। पोस्टमार्टम हाउस से इसकी रिपोर्ट वरीय अधिकारी को दी गई है। जानकारी के अनुसार, सात शव वहां पड़े हुए हैं। शवों को सुरक्षित रखने के लिए दो डीप फ्रीजर है, लेकिन वे लगने के साथ ही खराब हो गए। उसकी मरम्मत नहीं हुई है। अभी शव फर्श पर रखे जा रहे हैं। लावारिस शव को 72 घंटे तक सुरक्षित रखने के बाद अंत्येष्टि का प्रावधान है, लेकिन एेसा नहीं किया जा रहा है।
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