शहर के एक प्रतिष्ठित गर्ल्स स्कूल में खतरनाक तरीके से रैगिंग करने वाली चार लड़कियों को पुलिस अभी तक कस्टडी में नहीं ले पाई है। इन लड़कियों ने 11th की एक स्टूडेंट को बाथरूम में बंद कर उसके कपड़े उतरवा कर रैगिंग ली थी। पीड़ित स्टूडेंट की शिकायत पर पुलिस ने पांच सीनियर व स्कूल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। एक स्टूडेंट को पुलिस ने कस्टडी में लेकर बाल सुधार में भेजा, फिर उसे जमानत मिल गई, जबकि नहीं मिल रही बाकी की 4 आरोपी स्टूडेंट।
स्कूल में कुछ दिन पहले हुई इस घटना से लड़की बुरी तरह से घबरा गई थी। उसने देर रात घरवालों को पूरी बात बताई।
दूसरे दिन पेरेंट्स स्कूल पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। हालांकि रैगिंग लेने की मुख्य अारोपी स्टूडेंट के पिता ने अगले ही दिन आकर माफी मांगी।
जबकि स्कूल प्रशासन ने किसी प्रकार की गलती मानने से इनकार कर दिया। इसके बावजूद मामले की जांच चल रही है।
पुलिस के सामने ऐसा मामला पहली बार आया, ऐसे में उन्हें सूझा ही नहीं कि मामला कौनसी धारा में दर्ज किया जाए।
प्रतापनगर पुलिस थाना प्रभारी ने मामले से आला अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद पांचों सीनियर स्टूडेंट्स के खिलाफ पॉक्सो एक्ट व छेड़छाड़ की धाराओं में मामला दर्ज किया गया। आरोपी सभी स्टूडेंट भी नाबालिग हैं लिहाज़ा, एक स्टूडेंट को पुलिस ने कस्टडी में लेकर बाल सुधार गृह भेज दिया।
जुविनाइल कोर्ट ने पहले तो उसकी बेल एप्लीकेशन खारिज कर दी, बाद में उसे बेल दे दी। जबकि चार और आरोपी स्टूडेंट की पुलिस अभी तक कस्टडी नहीं ले पाई है। जबकि स्कूल प्रशासन के खिलाफ मामले को दबाने सहित कुछ अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
स्कूल प्राचार्य विद्यार्थी कल्ला का कहना है कि परिजन और पीड़ित स्टूडेंट जो समय बता रहे है उस समय बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स होती है ऐसे में इतनी बड़ी घटना की संभावना नहीं है।
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