नई दिल्ली – अमेरिका में मांग उठ रही है कि ट्रंप सरकार भारत को चीन को नेस्तानाबूत करने के लिए F-16 लड़ाकू विमान देने के लिए कहा है। अमेरिका के दो सीनेटरों ने ट्रंप सरकार से भारत को एफ-16 लड़ाकू विमान देने का अनुरोध किया है। इस मांग के पीछे सुरक्षा खतरों से निपटने और प्रशांत महाद्वीप में चीन की बढ़ती शक्ति को कम करने के लिए भारत की क्षमताएं बढ़ाना है। इन दो सीनेटरों में एक वर्जीनिया से सीनेटर मार्क वार्नर और दुसरे टेक्सास से जॉन कोर्नीन हैं, जिन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि ट्रंप सरकार को भारत के साथ लड़ाकू विमानों की बिक्री को आगे बढ़ाना चाहिए।
चीन से निपटने में अमेरिका करेगा भारत की मदद –
आपको बता दें कि भारत अपने लड़ाकू विमान के बेड़े का विस्तार कर रहा है। दोनों सीनेटरों ने पत्र में लिखा है कि, ‘‘भारत का निर्णय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर निर्भर करेगी, जिसके लिए स्थानीय उत्पादन क्षमता बढ़ाना जरुरी होगा।’’ यहां आपको बता दें कि अमेरिका का मकसद भारत को सैन्य क्षेत्र में मजबुत कर चीन कि बढ़ती ताकत पर अंकुश लगाना है। साथ ही इससे अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक रक्षा संबंध और भी गहरे होंगे। दोनों सीनेटरों ने कहा कि भारत को एफ-16 देना अमेरिका के लिए ऐतिहासिक जीत होगी।
दुश्मनों को धूल चटाने की अचूक तैयारी कर रहा है भारत –
एक तरफ तो अमेरिका में भारत को F-16 लड़ाकू विमान देने की मांग उठ रही है तो वहीं दुसरी ओर भारत हवाई क्षेत्र में अमेरिका, चीन जैसे देशों को कड़ी टक्कर देने की तैयारी कर रहा है। भारत अपना खुद का स्टेल्थ फाइटर बनाने की योजना पर काम कर रहा है। स्टेल्थ फाइटर जेट एक अत्याधुनिक लड़ाकू विमान होगा, जिसमें दुश्मनों से निपटने और उन्हें हवा में मात देने के लिए कई तकनीक का इस्तेमाल होगा। इस अत्याधुनिक विमान के भारतीय वायुसेना में शामिल होने से इसकी ताकत कई गुना बढ़ जाएगी। स्टेल्थ फाइटर AMCA की रफ्तार सुपरसोनिक होगी तथा इसकी बॉडी अलग-अलग मटीरियल से बनायी जाएगी, जिससे यह रेडार को आसानी से चकमा दे सकता है।
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