पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव पर आधे दर्जन से ज्यादा आतंकी वारदातों में शामिल होने के आरोप लगाये हैं।
नई दिल्ली। कुलभूषण जाधव पर पाकिस्तान अब खुल कर गंदी राजनीति उतर आया है। भारत की तरफ से जाधव तक कूटनीतिक पहुंच बनाने के अनुरोध पर तो वह कान नहीं दे रहा है उल्टा अब उसने जाधव पर पाकिस्तान में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप लगाने लगा है।
भारत की तरफ से इस मुद्दे पर बेहद सख्त तेवर दिखाने के बाद पाकिस्तान ने अपने विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज को सामने किया। पाकिस्तान की यह मंशा भी साफ हो गई है कि वह जाधव प्रकरण की आड़ में भारत के साथ नए सिरे से वार्ता का दौर शुरु करना चाहता है जिसे भारत ने उसके आतंकियों से सांठ गांठ को देखते हुए खत्म कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस्लामाबाद में भारत के उच्चायुक्त गौतम बंबवाले ने पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जांजुआ से मुलाकात की और जाधव पर दो मांगे रखी। पहली मांग तो यह थी कि जाधव पर जो चार्जशीट दायर की गई है उसकी कॉपी दी जाए और दूसरी पाक की सैन्य अदालत की तरफ से जाधव को दी गई फांसी की सजा के आदेश की कॉपी उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही भारत ने यह भी कहा है कि जाधव को भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों से मिलने दिया जाए ताकि आगे अपील करने की रणनीति बनाई जाए।
सनद रहे कि अभी तक 13 बार यह अपील कर चुका है लेकिन पाकिस्तान की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। आज भारतीय उच्चायोग ने 14वीं बार यह अपील की है और पाक का रवैया अब पहले से भी कड़ा है। अपील करने के कुछ ही देर बाद पीएम नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने प्रेस कांफ्रेंस की और जाधव पर आधे दर्जन से ज्यादा आतंकी वारदातों में शामिल होने के आरोप लगाये। बहरहाल, पाक के इस तल्ख रवैये के बावजूद भारत जाधव को मिली सजा के खिलाफ वहां हर कानूनी विकल्प को आजमाने की बात कही है।
अजीज ने बताया है कि जाधव अभी 40 दिनों के भीतर अपीलीय न्यायालय में अपील कर सकते हैं। अपीलीय न्यायालय के आदेश के 60 दिनों के भीतर वह चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पास अपील कर सकते हैं। अगर वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिलती है तो वे 90 दिनों के भीतर पाकिस्तान के राष्ट्रपति के पास अपील कर सकते हैं। अजीज ने यह भी कहा है कि भारत ने जिस तरह से प्रतिक्रिया जताई है उससे दोनों देशों के रिश्तों में और तनाव आ रहा है। भारत की तरफ से जाधव तक कूटनीतिक पहुंच नहीं मिलने के आरोप को लेकर भी अजीज ने आरोप भारत के मत्थे ही मढ़ा है कि जांच प्रक्रिया में सहयोग नहीं देने की वजह से ऐसा किया गया है।
नए सिरे से वार्ता शुरु करने की पेशकश
जाधव प्रकरण को अचानक ही हवा दे कर पाकिस्तान यह चाहता है कि भारत उसके साथ बातचीत का सिलसिला फिर शुरु करे। यह बात सरताज अजीज के इस बयान से भी साफ हो जाती है जिसमें उन्होंने कहा है कि, भारत व पाकिस्तान के रिश्तों में संकट जिस तरह से बढ़ता जा रहा है उसे खत्म करने और इसे और गंभीर बनने से रोकने के लिए कूटनीतिक स्तर पर ज्यादा सक्रियता दिखाने की जरुरत है। सनद रहे कि भारत व पाकिस्तान में जनवरी, 2016 में द्विपक्षीय वार्ता होनी तय थी लेकिन पठानकोट हमले के बाद यह टल गया और उसके बाद से भारत लगातार पाक के खिलाफ कूटनीतिक हमला जारी रखे हुए है।
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