
नई दिल्ली(21 अप्रैल): एमसीडी का नाम आते ही... चुनाव की बात सामने आती है। लेकिन हम चुनाव की नहीं बल्कि एक ऐसा रहस्य आपको दिखाएंगे। जो पिछले 11 साल से अनसुलझा है। एमसीडी की बिल्डिंग सिविक सेंटर। दिल्ली की सबसे ऊंची इमारत... जिसकी 9वीं मंजिल पर एक रहस्य है... कई किस्से हैं.. कुछ कहते हैं... वहां आत्मा है... कोई कहता है.. वहां कोई साया है... कोई इसे अफवाह करार देता है... सच कुछ भी हो सकता है... लेकिन हकीकत ये है कि शाम के 6 बजे के बाद कोई उस मंजिल पर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाता.... ।
28 मंजिला ये इमारत बेहद शानदार है... इसके टॉप फ्लोर से पूरी दिल्ली दिखाई देती है.. कुतुबमीनार से भी ऊंची इस इमारत में एक गहरा राज़ छिपा है... शाम के 6 बजे के बाद सिविक सेंटर में एक मंजिल ऐसी है.. जहां इंसान तो क्या परिंदा भी जाने से घबराता है..
सिविक सेंटर की 9वीं मंजिल... आखिर क्या राज़ है.. इस नौवी मंजिल का... ये जानने हम 9वीं मंजिल पर जा पहुंचे... चमकता फर्श... खूबसूरत गलियारा...दिन के वक्त में इस मंजिल पर दफ्तर में लोग काम भी करते हैं... चहल पहल भी रहती है... लेकिन जैसे ही घड़ी के 6 बजे एक सन्नाटा सा पसर जाता है.. नौवी मंजिल पर काम करने वाले इस कोशिश में रहते हैं... 6 बजे से पहले ही वो चले जाएं..
कुछ लोगों को लगता है.. बिल्डिंग का वास्तु खराब है.. कुछ लोगों को लगता है... बिल्डिंग में किसी बुरी आत्मा का साया है... और कुछ इसे सिर्फ अफवाह मानते हैं... सिविक सेंटर में काम करने वाले लोगों के मुताबिक सिविक सेंटर में मंदिर भी इसलिए बनवाया गया.. जिससे बुरी आत्मा से बचा जा सके... इसलिए दिन भर हनुमान जी के मंदिर में कीर्तन चलता रहता है.. जिसमें सिविक सेंटर के कर्मचारी भी हिस्सा लेते हैं... साथ ही बिल्डिंग में नमाज अदा करने के लिए एक जगह है... जहां मुस्लिम कर्मचारी एक साथ इकट्ठा होकर नमाज पढ़ते हैं...
करीब 11 साल से मंदिर के पुजारी हैं... शिव शंकर शुक्ल... उनसे जब इस बारे में पूछा तो उन्होंने पहले भूत-प्रेत की बात से इनकार किया.. लेकिन बाद में ये जरूर बता दिया... उन्होंने भी सिविक सेंटर में भूत प्रेत की कहानी सुनी जरूर है... वो बताते हैं... बिल्डिंग बनते वक्त यहां एक हनुमान जी का छोटा मंदिर था.. जो टूट गया था.. जिसके बाद एक एक बाद कई हादसे बिल्डिंग में हुए...
इसके अलावा ये भी बताया.. कि 9वीं ..आठवीं,,, और 10वीं मंजिल तक कोई साया लोगों को दिखता है... कई बार गार्ड वहां गया तो ... कोई साया दिखाई दिया... जिसने गार्ड पर हमला करने की कोशिश की... साथ ही उस फ्लोर पर 6 बजे के बाद काम करने वाले कई लोग बीमार हो गए... पुजारी के मुताबिक इश तरह के हादसों के बाद सिविक सेंटर के कर्मचारियों ने मिलकर फैसला किया... इस तरह की मुसीबत से बचने के लिए किसी दैवीय शक्ति का सहारा लिया... फिर ये हनुमान मंदिर बनाया गया... हांलाकि सिविक सेंटर में काम करने वाले अधिकारी ऐसी किसी बात से इनकार कर रहे हैं...
सिविक सेंटर की कई डरा देने वाली कहानियां... जो सिविक सेंटर में काम करने वाले करीब 5 हजार लोगों को डराती हैं... 11 साल से ये रहस्य बरकरार है... जिसमें हर साल कई नई कहानी जुड़ जाती हैं... जिससे सिविक सेंटर एक रहस्य महल बन चुका है...
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