# राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेंहदीपुर बालाजी मंदिर में अगर कोई पहली बार आता है तो डर के मारे उसके रौंगटे खड़े हो जाते हैं। यहां आकर ऐसा लगता है जैसे चारों तरफ भूत-पिशाच डोल रहे हों। यहां आने वाले मानसिक रोगियों की अजीबोगरीब हरकतें और सिर हिलाकर विलाप करते लोगों को देखकर एक बार तो कोई भी भयभीत हो जाए।
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# लोगों की मान्यता के अनुसार अगर किसी पर भूत-प्रेत का साया हो तो यहां आकर वह दूर हो जाता है। यह मंदिर जयपुर से करीब 100 किलोमीटर और आगरा से लगभग 145 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
# इस मंदिर में सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग आते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बालाजी महाराज के हजारों गण यानि कि अतृप्त आत्माएं यहां बालाजी के नित्य लगने वाले भोग की खुशबू से तृप्त होती हैं।
# इस मंदिर में सभी धर्म और सम्प्रदाय के लोग आते हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार बालाजी महाराज के हजारों गण यानि कि अतृप्त आत्माएं यहां बालाजी के नित्य लगने वाले भोग की खुशबू से तृप्त होती हैं।
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# इसलिए यहां भूत प्रेत के साए से परेशान लोग आते हैं और ठीक होकर जाते हैं। करौली और दौसा की सुरम्य घाटियों में स्थित होने के कारण इसे घाटा वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है।यह भी पढ़े ➩
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