
# भगवान शंकर के क्रोधित होने पर काल भैरव की उत्पत्ति हुई। शास्त्रों में बताया गया हैं कि काल भैरव भगवान शिव का ही स्वरूप हैं। अगर भक्त सच्चे मन से भैरव की आराधना करने से भगवान बहुत जल्दी फल देते है।
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# अगर आप रोजाना सुबह भैरव के कुछ विशेष मंत्र का उच्चारण करते हैं तो आपके लिए ये काफी शुभ होगा। इससे आपकी हर मनोकामना पूरी होगी। सुबह नहा-धोकर कालभैरव की फूल, माला, दीपक जलाकर पूजा करें।

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# इसके साथ ही भैरव के इस मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे आपका जल्द ही नौकरी से लेकर व्यापार तक लाभ मिलेगा। आपके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे।

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" ऊं भ्रं काल भैरवाय फ़ट !!
" ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम: !!
" ॐ भयहरणं च भैरव: !!
शत्रु बाधा निवारण हेतु –
" ऊं ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।
" ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम: !!
" ॐ भयहरणं च भैरव: !!
शत्रु बाधा निवारण हेतु –
" ऊं ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरूकुरू बटुकाय ह्रीं।
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