loading...

गर्भावस्था में रखे इन बातों की सावधानिया...

Image result for गर्भावस्था में रखे इन बातों की सावधानिया

गर्भावस्था में महिलाओं को खुद ही अपनी सेहत का ध्यान रखना पड़ता है। वहीं सेहत का ध्यान खान-पान के बगैर अधूरा है। गर्भावस्था महिला के लिए एक ऐसी अवस्था होती है, जब उसे अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य की भी चिंता करनी होती है। ऐसे में उसके लिए यह जरूरी हो जाता है कि वह ऐसा पौष्टिक आहार ले जो उसे ताकत दे ही उसके बच्चे के लिए भी लाभदायक हो। ऐसे कई व्यंजनों पर महिलाएं ध्यान दे सकती है।जो गर्भावस्था में महिलाओं और उनके बच्चे दोनों के लिए लाभ दायक होंगी।




@ यदि आप भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, बीज वाली फलिया, मौसम के हिसाब से फल, दूधयुक्त खाद्य पदार्थ, सोयाबीन, दलिया, ओटमील, मूंगफली, अंकुरित दालें जैसी चीजों को सही मात्रा में लेती रहें तो निश्चित रूप से आप स्वस्थ रहेंगी और आपके होने वाले बच्चे का विकास भी सही रूप में होगा।

@ गर्भवती महिलाओं को भारतीय व्यंजन में ध्यान रखना चाहिए कि उनके व्यंजनों में प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, विटामिन, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों का समावेश हो, यदि वे इस बात का ध्यान रखेंगी तो गर्भावस्था के दौरान उन्हें कम परेशानियां होंगी।
Related image

@ आमतौर पर कहा जाता है भ्रूण के विकास के लिए प्रोटीन बेहद आवश्यक है ऐसे में आपको अपने व्यंजनों में प्रोटीन की मात्रा का खास ध्यान रखना चाहिए। जो भी आप खाना लें उसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा हो। मछली, मासं, अंडे में प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है लेकिन आप शाकाहारी भोजन लेना पसंद करती हैं तो आपको् पनीरयुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अवश्य करना चाहिए।


@ यह जरूरी नहीं कि गर्भवती महिलाएं भोजन की मात्रा पर ध्यान दें कि वह कब कितना भोजन ले रही है बल्कि सही मायनो में उन्हें भोजन की किस्म पर ध्यान देना चाहिए कि वह खुराक क्या ले रही हैं।गर्भावस्था के दौरान पोषक तत्व युक्त खाना बहुत जरूरी है। ये पौष्टिक खुराक ही बच्चे के विकास में बहुत उपयोगी है।

Related image

@ गर्भावस्था में महिलाओं को अपने खाने में कैलोरी की मात्रा अधिक कर देनी चाहिए जिससे मां ओर बच्चे को भरपूर आहार मिल सकें।महिलाएं अपने खाने में दूध अंडे फल आदि लें और तैलीय खाने पर जितना हो संयम बरतें। भारतीय व्यंजनों के दौरान आप यदि स्वस्थ आहार लेती हैं तो आप स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों से बच सकती हैं।

loading...
Previous Post
Next Post
loading...
loading...

0 comments: