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नगरोटा हमला: आर्मी अफसरों की ‘बहादुर’ पत्नियों ने आतंकियों के इरादों को किया परस्त

पहले पठानकोट, फिर उरी और अब नगरोटा में बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें दो अधिकारियों सहित सेना के सात बहादुर जवानों ने शहादत दी है! इस हमले में भारतीय सेना के जवानों ने तीन आतंकियों को भी ढेर किया! इस हमले के दौरान दो आर्मी अफसरों की पत्‍नियों ने भी अभूतपूर्व बहादुरी दिखाई। आप को यह जानकर बहुत गर्व होगा कि इन महिलाओं की बदौलत, बंधक संकट भयानक रूप नहीं ले सका। इस बड़े आतंकी हमले में दो अफसरों सहित 7 जवान शहीद हो गए है। हमला करने वाले तीनों आतंकियों को सेना ने मार गिराया है।


आतंकियों ने पुलिस की वर्दी में हथियारों से लैस होकर आर्मी यूनिट पर हमला करने की पूरी तैयारी कर रखी थी। उनका मकसद आर्मी के फैमिली क्वार्टर्स पर कब्‍जा करना था।
उनका मकसद यहां रह रहे सैनिकों के परिवारों को बंधक बनाना था। लेकिन उन्हें क्या पता था कि जितने बहादुर हमारे देश के जवान है, उनकी पत्नियाँ भी उतनी ही बहादुर हैं। इसका प्रमाण अपने नवजात बच्चों के साथ फैमिली क्वार्टर में रह रहीं दो महिलाओं ने दिया। उन्होंने अपनी सूझ-बूझ से आतंकियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया।
एक आर्मी अफसर ने बताया है कि-
‘दो आर्मी अफसरों की पत्नियों ने साहस दिखाते हुए घर के कुछ सामानों की मदद से अपने क्वार्टर की एंट्री को ब्लॉक कर दिया, जिससे आतंकवादियों के लिए घर में दाखिल होना मुश्किल हो गया।’
टाइम्‍स ऑफ इंडिया के अनुसार-
‘अगर इन महिलाओं ने मुस्तैदी न दिखाई होती, तो आतंकवादी उन्हें बंधक बनाने में सफल हो जाते और सेना को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते थे।’ 

सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा-
‘आतंकवादी दो बिल्डिंग्स में घुसे जिसमें सैनिकों के परिवार रहते हैं। इससे ‘बंधक सकंट’ जैसे हालात बन गए। इसके बाद सेना ने फौरन कार्रवाई करते हुए वहां से 12 सैनिकों, दो महिलाओं और दो बच्चों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया।’

इन दोनों माताओं ने अपनी सूझ-बूझ से आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया और एक बहुत बड़े संकट से सब की रक्षा की। हम इनको सलाम करते हैं और इनका तहे दिल से धन्यवाद भी करते हैं।
इसी के साथ देश के दुश्मनों को भी एक कड़ा संदेश मिल गया कि अब वो एक सशक्त और निर्भय भारत से सामना कर रहे हैं! जो भी आँख उठा कर भारत की ओर देखेगा उसे मुंह की खानी पड़ेगी! 
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