
इस संगठन का उद्देश है आज के नौजवान लड़के लड़कियों को लव जिहाद के बारे में जागरूक करना, ताकि लव जिहाद के खिलाफ लड़ सके. चेतना जी का कहना है कि भले ही लव जिहाद बहुत छोटा शब्द है लेकिन इस लव जिहाद के कारण हिन्दू बच्चियों का भविष्य खराब हो रहा है. वो बच्चियां जो अभी तक शादी, निकाह के बारे में जानती तक नहीं है उनका शोषण किया जा रहा है. लोव जिहाद के चलते लड़कियों पर इतने जुर्म किये जाते है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते. लव जिहाद एक अभिकथित षड्यंत्र है जिसके तहत युवा मुस्लिम लड़के और पुरुष गैर-मुस्लिम लड़कियों के साथ प्यार का ढोंग करके उनका धर्म-परिवर्तन करते हैं.
लोगों का कहना है कि गौरी खान, किरण राव (शाहरुख और आमिर खान की पत्नियों) ने भी मुस्लिम से शादी की लेकिन ये महिलाएं इस्लाम में परिवर्तित नहीं हुई. तो क्या ये लव जिहाद का उदाहरण नहीं है. इस पर चेतना जी का कहना है कि हिन्दू लोग फिल्मों के शौक़ीन होते है. और फिल्मों से ही काफी कुछ सीखते भी है. तो शाहरुख़ और आमिर खान रोले मॉडल है भारत की जनता के लिए. हमारा यूथ इन स्टार्स को फॉलो करने में विश्वास रखता है. आपने देखा होगा की जोधा अख़बर पर काफी सीरियल और फिल्मे आ रही है लेकिन असल में कोई जोधा थी ही नहीं. एक रानी थी जिसका नाम था फूलरानी. फूलरानी को अपने भाइयों को बचाने के लिए अकबर से शादी करनी पड़ी. अब बताओ इसको कैसे प्रेम सम्बन्ध कहा जा सकता है.
प्यार एक बहुत ही पवित्र रिश्ता है. लव जिहाद एक बहुत पुरानी अवधारणा है. हमारी हजारों बेटियां ने अलाउद्दीन खिलजी के अत्याचारों से बचने के लिए खुद को जौहर कर दिया. अकबर ने अपनी रणनिति बदली और काफिर महिलाओं से प्रेम सम्बन्ध बनाने लगा. तो ये वास्तव में लव जिहाद है. हमारे आज के बच्चे इतिहास से अनजान है. युवा लड़कियों को कानून का ज्ञान नहीं है और ना ही उन्हें कोई सिखा रहा है.
हिंदू स्वाभिमान संगठन क्या है?
- चेतना जी कहती है कि इस संगठन में हम गीता के सिधान्तों पर चलते है. गीता के आधार पर आज के युवाओं को लव जिहाद के बारे में बताते है.
- इस संगठन का उद्देश युवा लड़कियों को सीख देना है.
- पहले हमारी संस्कृति थी एक परिवार की बेटी पुरे गाँव की बेटी और बहन हुआ करती थी. यह संगठन उस परंपरा को वापिस लाने की कोशिश कर रहा है.
- हिंदू स्वाभिमान हिन्दू संस्कृति की बुनियाद मजबूत करने में जुटा है.
- यह मुख्य रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सक्रिय है लेकिन अब हरियाणा और राजस्थान में भी फैलने जा रहा है.
उव जिहाद का मुख्य कारण है पुरुष प्रधान समाज. इसका मतलब ये नहीं है कि पुरुष महिलाओं पर अत्याचार करेंगे. चेतना जी कहती है कि हिंदू परिवारों के बीच समन्वय सुधार के लिए अंतर्जातीय विवाह खोला जाना चाहिए. इससे हमारी इंदु लड़कियों को बहुते से अवसर मिल सकते है. परिवारों में पुरुषों की भूमिका कम हो रही है. वे अपने उपकरणों और टीवी के साथ व्यस्त हैं. महिलाओं को समाज से मेलजोल बढ़ाने की जरुरत है. पुरुष परिवार के सदस्यों को संतुष्ट रखने के लिए जिम्मेदार हैं.
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