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ये संकेत बताते हैं आप है कालसर्प का साया, जानिए इसके उपाय



कालसर्प एक ऐसा योग है जो जातक के पूर्व जन्म के किसी जघन्य अपराध के दंड या शाप के फलस्वरूप उसकी जन्मकुंडली में परिलक्षित होता है. कुंडली में राहु और केतु के कारण कालसर्प दोष बनता है। इस दोष की वजह से व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां जानिए इस योग की कुछ खास बातें. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में राहु और केतु के बीच में सभी ग्रह हों या राहु-केतु के अंश सबसे ज्यादा हो तो कालसर्प योग बनता है.



  • कालसर्प योग से प्रभावित व्यक्ति को बुरे सपने आने लगते है अकारण ही मन में डर बना रहता है रात में डर के कारण बार बार नींद खुल जाती है.
  • कालसर्प के कारण व्यक्ति नींद में बार बार चमकता है.
  • बार बार साँप दिखाई देता है.
  • हमेशा ऐसा अहसास रहता है कि कोई आपके पास खड़ा है.
  • कड़ी मेहनत के बाद अंतिम पड़ाव पर सफलता नहीं असफलता मिलती है
  • घर परिवार और कार्य स्थल पर अनचाहे वाद विवाद होते रहते है शत्रुओ की संख्या बढ़ जाती है.
  • किसी गंभीर बीमार का इलाज होने पर भी फ़ायदा नहीं होता है.
  • कालसर्प योग होने पर शिवजी की पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए.
  • किसी पवित्र नदी में ताँबे से बना नाग नागिन का जोड़ा प्रवाहित करें.
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