ऑल इंडिया उलेमा और मशाईख बोर्ड की मुराबादबाद यूनिट ने भी अब यह मान लिया है कि जाकिर नाइक के भाषणों पर और पीस टीवी के प्रसारण पर तुरंत पाबन्दी लगाई जानी चाहिये . एआईयूएमबी के जिलाध्यक्ष कारी जमशेद आलम ने कहा कि जाकिर नाइक का भाषण बहुत ही आपत्तिजनक है और पीस टीवी लगातार ऐसे कार्यक्रमों का प्रसारण कर रहा है . जिसमें कट्टर विचारधारा का प्रसार -प्रचार होता है . इससे मुस्लिम युवाओं में कट्टरता आने की संभावनाए है .
उन्होने आगे कहा कि हाल ही में हुए ढ़ाका में आतंकी हमले या फिर केरल से गायब 21 नौजवान इस बात के सबूत है कि पीस टीवी और जाकिर नाइक मुस्लिम युवाओं को कट्टरता के लिये प्रेरित क्र रहे हैं और दरगाह हाफिज साहिब कटघर के सज्जादानशीन नवाब हायतुन्नबी खां ने कहा कि जाकिर नाइक गलत विचारधारा को सऊदी अरब के इशारों पर भारतीय मुस्लिम युवाओं पर जबरदस्ती थोपनें की कोशिश कर रहा है . जोकि कुरान की शिक्षा के विरुद्ध है .
उन्होने कहा कि जाकिर कुरान और हदीस की गलत व्याख्या करके मुस्लिम युवाओं को गुमराह कर रहा है . जिसके खिलाफ कई बार प्रदर्शन भी हो चुके है . बता दें कि 2008 में लखनऊ में उन पर प्रतिबंध भी लग चुका है . बिहार के किशनगंज में भी लाखों हिन्दुस्तानियों ने इनके खिलाफ धरना-प्रदर्शन भी किया था परन्तु जाकिर नाइक की विचारधारा से संतुष्ट कुछ नेताओं ने सरकारी तंत्र का प्रयोग करके अपनी जिद से इस कार्यक्रम का आयोजन करवाया था .
दरगाह शाह मुकम्मल साहह के सज्जादानशीन सैय्यद शिबली मियां ने कहा है कि मुस्लिम युवाओं सहित भारतीय संस्कृति की सुरक्षा भी की जानी चाहिय . उन्होने भारत सरकार से मांग करते हुए कहा कि जाकिर पर लगे आरोपों के लिये उससे जवाब माँगा जाये और साथ ही पीस टीवी के संचालन की जांच करके उसके धन के स्त्रोतों का पता लगाये, ताकि उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सके ।
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