
सच कहा जाता है कि भारत महान लोगों का देश है, इस देश में अभी भी इमानदार लोगों की संख्या बहुत अधिक है और ऐसे लोग बदलाव के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इस वक्त नोटबंदी का यज्ञ चल रहा है, प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से 50 दिन का वक्त माँगा है। इन 50 दिनों में पुराने नोटों को बैंकों में जमा करके नए नोट जारी किये जाने हैं। इस वक्त सरकार अधिक संख्या में नए नोट जारी करने से डर रही है क्योंकि अभी भी बैंकिंग सिस्टम में चोर, बेईमान और भ्रष्ट लोग भरे पड़े हैं और वे कालेधन को सफ़ेद करने में लगे हैं। सरकार नए नोटों को कम संख्या में जारी कर रही है इस वजह से जनता को परेशानी अधिक हो रही है लेकिन इस बात में किसी को भी शंका नहीं है कि 50 दिन के बाद जब पुराने नोट कागज बन जाएंगे तो सरकार अधिक संख्या में नए नोट जारी करेगी और लोगों की परेशानी दूर होगी।
इस वक्त जनता कैश के लिए परेशान है, कई जगह लोग कई कई दिनों तक लाईन में लगते हैं तो भी उन्हें कैश नहीं मिलता। यह बात भी सच है कि इमानदार लोग ही ज्यादातर लाईन में लगते हैं और बेईमान लोग शॉर्टकट के चक्कर में रहना चाहते हैं और चोर दरवाजे से काम कराना चाहते हैं।
पिछले तीन दिनों से बैंकें बंद हैं, जनता के पास सिर्फ ATM ही कैश का माध्यम है, ज्यादातर बैंकें चोरों के साथ साठ-गाँठ करके उनके कालेधन को सफ़ेद करने में व्यस्त हैं इसलिए ATM में कैश नहीं डाला जा रहा है और करोड़ों रुपये धन्ना सेठों के यहाँ पहुँच रहे हैं। इतनी परेशानियों के बावजूद भी लोग उम्मीद के साथ ATM के बाहर लाइन में खड़े हो जाते हैं और कैशवैन का इन्तजार करते हैं कि क्या पता कब कैशवैन आ जाए और उन्हें कैश मिल जाय। जिस ATM में कैश नहीं होता उस ATM के बाहर भी लोग लाईन में खड़े हो जाते हैं और गाड़ी के आने का इन्तजार करते हैं।
अब आप सोचिये, ईमानदार लोगों ने भारत को बदलने के लिए कितना सब्र करना सीख लिया है, इस देश के लोग पहले अफरा तफरी में रहते थे, ना तो ट्रेन में लाइन बनाकर चढ़ते थे, ना बस में लाईन बनाकर चढ़ते हैं और ना ही अन्य कामों के लिए लाईन में लगना चाहते हैं लेकिन नोटबंदी के बाद अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए आज लोग घंटों ATM के बाहर लाईनों में लगकर कैश ले रहे हैं और 50 दिनों के ख़त्म होने का इन्तजार कर रहे हैं। ऐसे लोगों को देखकर गर्व होता है साथ ही ऐसी फीलिंग आती है कि अब भारत बदलकर रहेगा।
यह भी सही है कि इस वक्त कई विपक्षी नेता जैसे केजरीवाल, ममता बनर्जी, राहुल गाँधी आदि ईमानदार जनता को भड़काने में लगे हैं, ये नेता चाहते हैं कि लोग गुस्से में आ जाएं और बैंकों में तोड़ फोड़ मचानी शुरू कर दें, ये नेता चाहते हैं कि लोग मोदी को गाली देना शुरू कर दें, ये नेता चाहते हैं कि लोग एक दूसरे मारना पीटना शुरू कर दें लेकिन ईमानदार लोग उनके बहकावे में नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वे उनकी बातों में आ गए और दंगा फसाद शुरू कर दिया, बैंकों में तोड़ फोड़ शुरू कर दिया, नोटबंदी का कानून रद्द कर दिया गया तो भारत फिर कभी बदल नहीं पाएगा और हर आदमी बेईमान होगा, बच्चे भी बेईमान पैदा होंगे, देश पर से लोगों का भरोसा उठ जाएगा।
यह भी सही है कि इस वक्त कई विपक्षी नेता जैसे केजरीवाल, ममता बनर्जी, राहुल गाँधी आदि ईमानदार जनता को भड़काने में लगे हैं, ये नेता चाहते हैं कि लोग गुस्से में आ जाएं और बैंकों में तोड़ फोड़ मचानी शुरू कर दें, ये नेता चाहते हैं कि लोग मोदी को गाली देना शुरू कर दें, ये नेता चाहते हैं कि लोग एक दूसरे मारना पीटना शुरू कर दें लेकिन ईमानदार लोग उनके बहकावे में नहीं आ रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि अगर वे उनकी बातों में आ गए और दंगा फसाद शुरू कर दिया, बैंकों में तोड़ फोड़ शुरू कर दिया, नोटबंदी का कानून रद्द कर दिया गया तो भारत फिर कभी बदल नहीं पाएगा और हर आदमी बेईमान होगा, बच्चे भी बेईमान पैदा होंगे, देश पर से लोगों का भरोसा उठ जाएगा।
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